28 April 2020

LIC Agent क्या करे कि ग्राहक पॉलिसी समझने को तैयार हो जाये

एलआईसी अभिकर्ता क्या करे कि ग्राहक पॉलिसी समझने को तैयार हो जाये 

अक्सर बहुतायत अभिकर्ताओं की शिकायत होती है कि जब वह फील्ड में नए लोगो से जीवन बीमा के सन्दर्भ में किसी प्रकार की जानकारी देने के उदेश्य से मिलने के लिए जाते है। तो लोग उनसे बात करने के लिए ही तैयार नहीं होते है। भावी ग्राहक कोई ना कोई बहना बना कर मीटिंग करने से ही मना कर देता है। क्या आपने कभी सोचा है ऐसा क्यों होता है।


LIC Agent

नया ग्राहक एजेंट को समय क्यों नहीं देता-

हमें महसूस होता है जब एक एलआईसी का कोई अभिकर्ता किसी नए ग्राहक से किसी मीटिंग के सन्दर्भ में मिलने का प्रयास करता है तो ग्राहक महसूस करता है कि अभिकर्ता अपने कमीशन का लाभ लेने के उदेश्य से ग्राहक को फ़साने की कोशिस कर रहा है। ग्राहक को लगता है कि यदि वह एजेंट से मीटिंग करता है तो उसका नुकसान हो जायेगा। 

यदि आप एक एलआईसी के एजेंट है और आप इन चीज़ो को झेल रहे है। ग्राहक के इस बर्ताव से काफी हतोसाहित हो जाते है। तो आपके लिए हमारे पास एक प्रश्न है और मुझे लगता है कि आपको हमारे इस प्रश्न का उत्तर खोजना ही चाहिए। प्रश्न- "यदि आप ग्राहक की जगह होते और आपसे कोई एलआईसी का एजेंट मिलने के लिए आता तो आपकी प्रतिक्रिया कैसी होती? आप उस एलआईसी एजेंट में ऐसा क्या देखते कि उस एजेंट से बात करने के लिए तैयार हो जाते।"

नया ग्राहक ऐसा करने से आपको जरूर सुनेगा-

दोस्तों, आपको हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब लोगो को आपमें अपना हित दिखाई देगा। तब लोग आप से जुड़ते चले जायेगे। परन्तु यथार्थ में ऐसा नहीं होता है। ग्राहक को आप में विश्वास नज़र नहीं आता है।
यदि आप चाहते है कि लोगो में आपके प्रति विश्वास पैदा हो। आपके लोग यह सोचे कि यदि आप उनसे मिलते है तो आपके द्वारा उन्हें जो जानकारी प्राप्त होगी। उसमे उनका फायदा होगा। तो फिर आपको यह सोचना होगा कि इसके लिए आपको क्या करना चाहिए।

आपके लिए हमारी राय होगी कि जब भी आप किसी नए व्यक्ति से मिलते है। तो आपको उनके लिए प्रथम प्रयास करना चाहिए कि आप उन्हें कुछ ऐसी जानकारी शेयर करे, जिसमे उन्हें आपने लाभ दिखाई दे। इसके लिए मुझे लगता है कि आपको उनके पुरानी पॉलिसी के विषय में जानकारी देना चाहिए। जो कुछ इस प्रकार से हो सकती है।

  • प्रीमियम जमा विधि से होने वाले लाभ- यदि आप किसी नए व्यक्ति से उसके जीवन बीमा पालिसी के सन्दर्भ में बातचीत करते है और आपको यह पता चलता है कि आपका भावी ग्राहक अपनी पॉलिसी की प्रीमियम तिमाही अथवा छमाही विधि से जमा करता है। आप उन्हें वार्षिक प्रीमियम से होने वाले लाभ को समझा सकते है। अगले वर्षो में ग्राहक जो प्रीमियम जमा करेगा उस पर उसके कितने पैसे बच सकते है। इसे समझाना चाहिए। 
  • पत्राचार के पते के सन्दर्भ में जानकारी- आपको ग्राहक के पॉलिसी बांड को चेक करना चाहिए। यदि उसके पॉलिसी बांड में उसका पता उसके वर्तमान पते से अलग है। तब उसे पत्राचार के पते के महत्व को समझाना चाहिए। क्योकि पॉलिसी में जो पता दर्ज होता है निगम उसी पते पर ग्राहक से पत्राचार करती है। तो आपको अपने भावी ग्राहक समझाना चाहिए कि वह अपने पत्राचार के पते में सुधार करा लेवे। 
  • नामो में सुधार कराने की जानकारी-  यदि आप अपने भावी ग्राहक के फोटो पहचान और निवास प्रमाण पत्र को ध्यान से देखे। यदि आप उनके बैंक अकाउंट को ध्यान दे तो आप पाएंगे 100 में से 5 ऐसे लोग जरूर मिलेंगे। जिनके पॉलिसी बांड पर जो नाम लिखा हुआ है। वह उनके दस्तावेजों पर अंकित नाम से भिन्न है। उनके पिता और नॉमिनी के नाम भी अंतर मिलता है। ऐसे में आप उस ग्राहक को भविष्य में नाम के अंतर के कारण उसे क्या समस्या हो सकती है, के सन्दर्भ में जागरूक कर सकते है। 
  • नॉमिनी के महत्व की जानकारी- यदि आप लोगो से बात चित करेंगे तो आपको ऐसा भी देखने को मिल सकता है कि जीवन बीमा पॉलिसी में जो नॉमिनी बनाया गया है। उसकी मृत्यु हो चुकी है। ऐसे में आपको अपने ग्राहक को नॉमिनी के महत्व को समझाना चाहिए। यदि नॉमिनी जीवित भी है तब भी बहुत सारे ऐसे लोग है जिन्हे नॉमिनी के अधिकारों का कानूनी पहलु की जानकारी नहीं होती है। आप उनसे इसके सन्दर्भ में बातचीत कर सकते है। यदि नॉमिनी के महत्व और कानूनी पहलु की जानकारी प्राप्त करना चाहते हो तो - क्लिक कीजिये 
  • एलआईसी में मेल और मोबाइल नंबर ऐड करने की जानकारी- यदि आपके ग्राहक का मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी उसके पालिसी में ऐड होता है। तो उसके पॉलिसी से सम्बंधित जानकारी निगम आपके भावी ग्राहक को एसएमएस और मेल के जरिये भेजता रहता है। आप अपने भावी ग्राहकों को इसके लिए जागरूक कर सकते है। यदि आप जानना चाहते है कि ग्राहक के नंबर को उसके सामने कैसे उसके पालिसी में ऐड करे तो - क्लिक कीजिये 
  • प्रीमियम जमा करने की विधियों की जानकारी- यदि आप किसी भावी ग्राहक से मिल रहे है और आप उनसे पूछते है कि वह अपनी प्रीमियम कैसे जमा करते है। तो आप पाएंगे आज भी वह अपनी प्रीमियम अपने एजेंट को देकर जमा करते है। ऐसे में बहुत सारे लोगो को कई तरह की समस्या भी होती है। यदि आप उन्हें ऑनलाइन प्रीमियम पेमेंट, ईसीएस या फिर NACH की जानकारी देते है। तो यह उनके लिए लाभप्रद होता है। 
आप विचार करके देखिये। यदि आप ग्राहक की जगह होते और कोई व्यक्ति आपसे आपके हितो की बाते इस प्रकार समझाता तो उस अभिकर्ता के प्रति आपकी भावनाएं कैसी होती?

यह एक ऐसा तरीका है जिसके जरिये आप किसी व्यक्ति को जानते हो अथवा नहीं। आप किसी भी व्यक्ति से उनके लाभ की जानकारी दे सकते है। ऐसा करने से आप लोगो के बीच में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल हो जायेगे।
यदि कोई ग्राहक की समस्या होती है कोशिस कीजिये कि उसका समाधान हो जाये। ऐसा करने से आपकी एक अलग छवि का निर्माण होता है। ऐसे लोग आप पर भरोषा करते है। अब इसके बाद जब आप उनसे उनके लाभ की कोई पॉलिसी की बातचीत करते है। तो वह ग्राहक आपकी बातो को ध्यान से सुनता है। 

मेरे अनुसार आपको अपने किसी भी नए ग्राहक से एक बेहतरीन और विश्वास के रिश्ते बनाने के लिए कार्य करना चाहिए। इसके बाद ही आप किसी नए प्लान की जानकारी उसके साथ शेयर करे। ऐसा करने पर आप पाएंगे कि लोग या तो आपसे अपने लाभ की कोई पॉलिसी खरीद लेंगे या फिर अपने किसी परिचित का बीमा करवा देंगे। 


बड़ा बीमा बेचना हो तो क्या करना चाहिए- 
LIC Agent

चाहे ग्राहक बड़ा हो अथवा छोटा, हर व्यक्ति अपना लाभ देखकर ही निर्णय करता है। बड़े बीमे कर सके ऐसे ग्राहक से समय लेने के लिए सयम से काम करना आवश्यक होता है। परन्तु यदि आप यह सोच रहे है कि उपरोक्त जानकारी देकर बड़े ग्राहक आपको समय देंगे। तो मुझे लगता है आप गलत होंगे। 

क्योंकि ऐसे लोगो के पास इस प्रकार की जानकारी पहुंचाने के लिए बहुत सारे लोग होते है। तो आपको अपने आपको कुछ और ज्यादा तैयार करना होगा। मैं कुछ बातें आपके साथ शेयर कर रहा हूँ जो आपके लिए महत्वपूर्ण होगा। 
  • वारिस बनाने की जानकारी देनी चाहिए- जीवन बीमा पॉलिसी में नॉमिनी बनाने का प्रावधान ही अपनाया जाता है। जबकि नॉमिनी के अधिकार सिर्फ एक ट्रस्टी की तरह होते है। बड़े ग्राहकों को यह जानकारी सजग करेगी। ताकि वह अपनी जीवन बीमा में अपने क्लेम को सुरक्षित कर सकते है। आप उन्हें वारिस नामा बनाने के लिए और उसमे अपने जीवन बीमा पॉलिसी को व्यवस्थित करने के विषय में जानकारी दे सकते है। 
  • CKYC के सम्बन्ध में जानकारी- यदि आपका भावी ग्राहक एक व्यापारी है और अपना व्यवसाय अलग अलग प्रदेशो में करता है। तो यदि वह केवाईसी की जगह केंद्रीय केवाईसी करा लेता है। तो यह उसके व्यवसायों में काफी आसान हो जायेगा। आप इस सन्दर्भ में जानकारी देकर उसकी सहायता कर सकते है।  यदि आप CKYC के सन्दर्भ में जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो- क्लिक कीजिये 
  • टैक्स में एक्स्ट्रा लाभ प्राप्त करने की जानकारी देकर- यदि आप बड़े बीमे की चाह रखते है। फिर आपको बड़े बीमे की क्षमता वाले लोगो की जरूरतों को भी समझना होगा। ऐसे लोगो को टैक्स जमा करना पड़ता है। परिवार के अलग अलग सदस्यों के नाम से टैक्स फाइल कराना सामान्य सी बात हो गई है। आप अपने ग्राहकों को HUF कराने की सलाह देकर उसका बड़ा टैक्स बचाने में उसकी सहायता कर सकते है। U/S 80C के तहत आपको डायरेक्ट बीमे मिलने की संभावना होगी। यदि आप इस सन्दर्भ में जानकारी प्राप्त करना चाहते हो तो- क्लिक कीजिये 
  • बैंको के लोन और देनदारों से सिमित संपत्ति के सुरक्षित करने की सलाह देकर- यह एक ऐसा विषय है जिसके प्रति समाज का बहुत बड़ा वर्ग उदासीन बना हुआ है। अक्सर बड़े व्यापारी और कारोबारी अपना व्यवसाय करने के लिए बैंक और खुले बाजार से बड़ी रकम कर्ज और शेयर के रूप में लिए हुए होते है। कभी कभी जाने-अनजाने किन्ही गलतियों की वजह से उनके व्यापार अथवा कारोबार के डूबने की स्तिथि पैदा हो जाती है। ऐसे लोगो की सभी संपत्ति कुर्क करने तक की सम्भावना पैदा हो जाती है। आप अपने बड़े व्यवसाई अथवा कारोबारी भावी ग्राहकों को मैरिड वुमन प्रॉपर्टी एक्ट की जानकारी देकर सुरक्षित होने की सलाह दे सकते है। 
  • ग्राहकों के अदल बदल करने का ऑफर देकर- हर एलआईसी अभिकर्ता के पास ग्राहकों का बड़ा समूह होता है। ठीक उसी प्रकार बड़े व्यापारी और कारोबारी के पास भी बड़ा ग्राहक समूह होता है। दोनों को ग्राहकों की जरुरत होती है। आप ऐसे भावी ग्राहकों को ग्राहक देकर भी उनसे जुड़ सकते है। 
यह ऐसे छोटे छोटे कार्य है जिनके जरिये आप किसी भी व्यक्ति के साथ अपने व्यवसाई सम्बन्ध बना सकते है। यदि आप ऐसा करते है तो जल्द ही आप खुद को अपने व्यवसाय में सफल होता हुआ महसूस करेंगे। 


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ध्यान दीजिये-

मैंने इस लेख में जो भी तरीके बताये है वह सिर्फ आपके सम्बन्ध को बेहतर करने में आपकी 100% सहायता करेंगे। लेकिन सिर्फ सम्बन्ध बेहतर होने से कोई अभिकर्ता सफल नहीं हो सकता है। आपको यह ध्यान रखना होगा की आपकी सफलता लोगो को बीमा सुरक्षा मुहैया कराने में है। 

तो सफलता की चाह रखने वाले अभिकर्ता को अपने भावी ग्राहकों की जरूरतों को समझाना अति आवश्यक होता है। यही नहीं, यदि आप अपने भावी ग्राहक के जरुरत को समझते है तो आपको वह कला मालूम होनी चाहिए। जिससे आप अपने भावी ग्राहकों को उसका एहसास करा पाए। 

आने वाले समय में इस सन्दर्भ में जानकारी पोस्ट होगी। 

नोट- 

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10 comments:

  1. सर आपकी जानकारियां बहुत अच्छी है,आप विषय की सीधी व स्पष्ट जानकारियां देते हैं, एजेंट भाई कई लोगो की विडियो देखते हैं जिसकी वजह से वे काफी जल्दी में होते हैं और विषय से थोड़ा सा भी हटने से एकअच्छी सी वीडियो भी अरुचिकर लगने लगती है,अब यही बात एजेंट भाईयो पर भी लागू होती है मुझे लगता है कि हम सभी को इधर उधर की बातें न करके विषय की सीधी व अच्छी जानकारी ही देनी चाहिए।। बहुत बहुत धन्यवाद सर।।🙏🙏

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    1. thankyou very much for your comment. mujhe lagta hai ab main apne lakshay ke or sahi disha me kary kar raha hun. mujhe yakin hai sahi raste par chalne walo ko sangharsh jyada karna padta hai. lekin aapka comment hame yah vishwas dilata hai ki hame hamare udeshy me saflta jarur milegi.

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  2. Well done sir good सर मेरा एक पॉलिसी होल्डर जिसकी मंथली प्रीमियम ₹2000 है लेकिन कोई कारण बस वह ₹2000 अफोर्ड नहीं कर पा रहा है ₹1000 ही जमा कर सकता है अब वह क्या करें उसकी समस्या समाधान बताइए सर

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    1. iske liye aapko apne branch manager se baat karni chahiye. LIC Special Case me Sum Assured aur Policy Term kam karne ka option deti hai. to yah help aapke BM de sakte hai. thankyou very much for your comment

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  3. Replies
    1. Ganesh ji, is post me koi PDF file nahi hai to aapne apna mail id kyo commment kiya hai?

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