जीवन बीमा एजेंसी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
जीवन बीमा कारोबार में एक जीवन बीमा अभिकर्ता का कार्य केवल जीवन बीमा पॉलिसियों की विक्री तक सिमित नहीं होता है। यह एक जिम्मेदारी है जिसे जीवन बीमा अभिकर्ता निभाता है। एक अभिकर्ता अपने ग्राहकों को उचित जीवन बीमा पॉलिसी की सलाह और सफल विक्री से, उनके ग्राहकों के परिवारों के भविष्य को आर्थिक रूप सुरक्षित करता है।
हालाँकि, इस तरह की भूमिकाओं को निभाते समय एक अभिकर्ता को कई तरह के सवालों का सामना भी करना पड़ता है। यह सवाल उनके व्यक्तिगत बीमा कारोबार, पोलिसीधारको के व्यवहार, पॉलिसी चयन एवं बीमा कंपनियों के नियम और शर्तो से सम्बंधित होते हैं। जीवन बीमा बाजार के इस लेख का उदेश्य, जीवन बीमा अभिकर्ताओं के उन सभी सवालों का उत्तर प्रदान करना है, जो उनके प्रतिदिन के कार्यो और कारोबार के विकास में सहायक होते हैं।
हम इस FAQs को कुछ इस प्रकार प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं कि यह न केवल नए अभिकर्ताओं के लिए सहायक हो, बल्कि यह उन अनुभवी जीवन बीमा अभिकर्ताओं के लिए भी लाभप्रद सिद्ध हो, जो अपने बीमा कारोबार को और भी बेहतर बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं।
हमें यह पूरा भरोषा है कि हमारी यह कोशिस पॉलिसी विक्री के सही तरीके, ग्राहकों से भरोसेमंद संवाद, बीमा कंपनी के दिशानिर्देशों का पालन और बीमा कारोबार में होने वाली त्रुटियों से बचने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगी। यदि आप एक जीवन बीमा अभिकर्ता हैं तो हमारा यह लेख आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा। आइये विभिन्न प्रश्नो एवं उनके उत्तरों के माध्यम से, बीमा कारोबार को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करें।
जीवन बीमा अभिकर्ताओं के प्रश्नों के उत्तर
जीवन बीमा एजेंट को ऐसे लोगों को पॉलिसी बेचनी चाहिए जो आर्थिक रूप से स्थिर हों, जिनकी नियमित आय हो, जो स्वस्थ हों और जिनकी बीमा संबंधी ज़रूरतें स्पष्ट हों। क्लाइंट की उम्र, स्वास्थ्य और वित्तीय उद्देश्य के आधार पर सही पॉलिसी चुनना एजेंट की ज़िम्मेदारी है। इसके अलावा, एजेंट को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि क्लाइंट की बीमा ज़रूरतें उसके बजट और दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप हों।
बीमा पॉलिसी बेचते समय, बीमा एजेंट को चाहिए की वह निम्नलिखित दस्तावेज़ों की जाँच करें:
- पहचान प्रमाण (जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट)
- पते का प्रमाण (जैसे- बिजली बिल, राशन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट)
- आय प्रमाण (जैसे- सैलरी स्लिप, ITR, बैंक स्टेटमेंट)
- जन्म प्रमाण पत्र (जैसे- स्कूल सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट)
- स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (विशेष रूप से उच्च जोखिम वाली पॉलिसियों के लिए)
- फ़ोटो और हस्ताक्षर (ग्राहक की पहचान सत्यापित करने के लिए)
ये दस्तावेज़ सुनिश्चित करते हैं कि ग्राहक पॉलिसी लेने के योग्य है और बाद में दावा प्रक्रिया में कोई समस्या नहीं होगी। सही दस्तावेज़ों की जाँच करने से एजेंट की ज़िम्मेदारी पूरी होती है और ग्राहकों के साथ विश्वास भी बढ़ता है।
जीवन बीमा एजेंटो को चाहिए कि वह ऐसे लोगों को जीवन बीमा पॉलिसी की विक्री न करे, जो- झूठी जानकारी देते हैं, उच्च जोखिम वाले व्यवसाय में होते हैं, प्रीमियम भुगतान में अस्थिरता दिखाते हैं, गलत इरादे से पॉलिसी खरीदना चाहते हैं और स्वास्थ्य रिकॉर्ड छुपाते हैं।
जीवन बीमा एजेंटो को चाहिए कि वह ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए और ऐसे लोगों से बचने के लिए उनके दस्तावेजों की गहनता से जाँच करे और प्रत्येक पॉलिसी की विक्री से पूर्व भावी ग्राहक के पड़ोसियों और दोस्तों से, ग्राहक के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
ऐसा करने से न केवल आप अपनी एजेंसी को सुरक्षित रखते हैं बल्कि आप खुद को दावा प्रक्रिया में होने वाली परेशानियों से भी बचाते हैं।
जीवन बीमा पॉलिसी बेचने से पहले एजेंट को ग्राहक की आदतों और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। इसके लिए वह संभावित ग्राहक के निवास और कार्यस्थल पर रहने वाले लोगों से जानकारी प्राप्त कर सकता है। किसी बीमार व्यक्ति या ऐसी बुरी आदतों में फंसे व्यक्ति का बीमा करना जो उसके जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकता है, आपकी एजेंसी के लिए खतरनाक हो सकता है।
जीवन बीमा एजेंट की यह बड़ी जिम्मेदारी होती है कि वह स्वस्थ लोगों को ही जीवन बीमा पॉलिसी बेचे। ऐसे में कई ऐसी बीमारियां होती हैं जिनका अंदाजा मरीज को देखकर लगाया जा सकता है। लेकिन साथ ही कई ऐसी गंभीर बीमारियां भी होती हैं जिनका इलाज मरीज लंबे समय से करा रहा होता है, लेकिन उसे देखकर यह अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि वह बीमार है।
ऐसी स्थिति में आप एक छोटे से झूठ का सहारा लेकर पता लगा सकते हैं कि कोई व्यक्ति बीमार है या नहीं। इसके लिए आप बीमा पॉलिसी का प्रपोजल फॉर्म भरते समय ग्राहक से पूछ सकते हैं कि क्या आप वर्तमान में किसी गंभीर बीमारी का इलाज करा रहे हैं या पिछले सालों में आपने ऐसा कोई इलाज कराया है? अगर ऐसा है तो आपको बीमा कंपनी की ओर से कुछ खास लाभ मिल सकते हैं।