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क्या आप भारतीय जीवन बीमा निगम में एक अभिकर्ता के रूप में बीमा कारोबार कर रहे हैं, यदि ऐसा है तो आप जानते ही होंगे कि आज के इस प्रतिस्पर्धी दौर में सिर्फ पॉलिसी बेचना काफी नहीं है, बल्कि अब समय है नई तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए बीमा कारोबार को बढ़ाने का। आज के इस दौर में, आप यह कार्य एलआईसी के सर्वे फॉर्म की मदद से बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। आपके लिए यह एक ऐसा टूल हो सकता है जो न केवल आपके मौजूदा ग्राहकों से आपके व्यवसायिक रिश्तों को मज़बूत कर सकता है, बल्कि नए ग्राहकों तक आपकी पहुंच को भी आसान बना सकता है।

एलआईसी एजेंटो के लिए यह फॉर्म एक शानदार मार्केटिंग रणनीति की तरह काम कर रहा है। आप इसकी मदद से ग्राहकों की जरूरतों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और फिर उनकी मदद करके, उनके साथ अपने रिश्ते बेहतर कर सकते हैं। जो जीवन बीमा कारोबार के लिए एक अभिकर्ता की सबसे बड़ी ताकत होती है।

जीवन बीमा बाजार के इस लेख में हम एलआईसी सर्वे फॉर्म पांचवें प्रश्न- “क्या आपकी सभी पॉलिसियां NEFT से जुड़ी हैं?” को विस्तार से समझेंगे। संभव है, यह सवाल आपको काफी साधारण प्रतीत हो, लेकिन सही तरीके से पूछे जाने पर यह सवाल आपको आपके बीमा कारोबार को बढ़ाने के नए अवसर खोल सकता है। तो आइये, इस छोटे से प्रश्न के पीछे छिपे हुए बड़े फायदों को गहराई से समझते हैं।

    प्रश्न का उद्देश्य

    इस प्रश्न का मुख्य उदेश्य ग्राहक की भुगतान प्रक्रिया को सुरक्षित, पारदर्शी और आसान बनाना है। NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फण्ड ट्रांसफर) के माध्यम से, एलआईसी अपने ग्राहकों की पॉलिसियों का भुगतान सीधे उनके अपने बैंक खातों में कर देता है।

    लेकिन वास्तविकता यह भी है कि आज भी कई ग्राहकों की पॉलिसियां NEFT से लिंक नहीं हैं। यह स्थिति एलआईसी अभिकर्ताओं के लिए एक अवसर हो सकती है। जब आप अपने क्षेत्र के लोगों से यह प्रश्न पूछ रहे होते हैं, तो आप न केवल उनको इस सुविधा के बारे में बता रहे होते हैं, बल्कि आप यह भी दर्शा रहे होते हैं कि आप उनकी चिंता और परवाह करते हैं।

    यानि एक एलआईसी अभिकर्ता के लिए सर्वे में शामिल होने पर, इस प्रश्न का मुख्य उदेश्य अपने क्षेत्र के लोगों को यह एहसास दिलाना है कि आप उनकी चिंता और परवाह करते हैं।

    सर्वे फॉर्म का पांचवा प्रश्न: ग्राहक संबंधों के लिए महत्वपूर्ण

    अगर आप अपने क्षेत्र के लोगों के मन में यह विश्वास दिलाने में कामयाब हो जाते हैं कि आपका उदेश्य लोगों को अधिक से अधिक बीमा बेचना और पैसे कमाना नहीं है, बल्कि आप वास्तव में उनके लिए एक ऐसे वित्तीय सलाहकार हैं जो उनके हित के बारे में सोचता है तो आप बहुत ही आसानी से सफल हो सकते हैं।

    जब आप सर्वे के दौरान अपने क्षेत्र के लोगों से यह प्रश्न पूछते हैं- "क्या आपकी सभी पॉलिसियाँ NEFT से जुड़ी हैं?”, तब आपके ग्राहक के मन आप यह भाव पैदा करने का प्रयास करते हैं कि

    • आप उनके पैसो की सुरक्षा के बारे में सोच रहे हैं।
    • आप उन्हें एलआईसी की नई तकनीक और प्रक्रियाओं के अपडेट करने का प्रयास कर रहे हैं।
    • आप यह विश्वास दिलाने की कोशिस करते हैं कि जहा दूसरे एलआईसी अभिकर्ता, किसी भी तरह से बीमा पॉलिसी के विक्री का उदेश्य रखते हैं, वहीं पर आप उनके हित और उनके लाभ को सर्वोपरी रखतें हैं।

    इस तरह, यह प्रश्न एक छोटा सा प्रश्न, आपकी छोटी सी बातचीत को प्रभावशाली रिश्ते को विकसित करने का माध्यम बन जाता है और भविष्य में यह रिश्ता आपके लिए क्रॉस-सेलिंग और रेफरल्स-सेलिंग के दरवाजे खोल सकता है।

    एलआईसी सर्वे फॉर्म का पांचवा प्रश्न: ग्राहक को NEFT से लाभ

    मुझे यकीन है कि जब आप सर्वे फॉर्म में इस पांचवें प्रश्न को पढ़ते है, तो पहली नजर में यह आपको बहुत साधारण लग सकता है और आप यह सोच सकते हैं कि इस प्रश्न की वजह से आपको कोई लाभ होने वाला नहीं है। लेकिन जब आप इस पर गहराई से विचार करते हैं तो आपको आपके लिए नई संभावनाए दिखने लगती हैं।

    लेकिन अब आपके मन में यह सवाल उठ सकता है कि सर्वे के दौरान इस प्रश्न के लिए एक प्रभावशाली चर्चा कैसे की जा सकती है? तो जब आप किसी सर्वे में होते हैं तो इस प्रश्न को पूछने के साथ ही, आपको लोगों को यह समझाना होगा कि अगर उनकी एलआईसी पॉलिसी NEFT से लिंक होती है, तो उन्हें क्या लाभ मिल सकता है। आप लोगों से निम्नलिखित बिंदुओं पर बातचीत कर सकते हैं।

    • सीधा भुगतान: एलआईसी की पॉलिसियां जब NEFT से जुडी होती हैं, तो एलआईसी ऐसी पॉलिसियों का भुगतान सीधे बैंक खाते में कर देती है। पॉलिसीधारकों को चेक अथवा ड्राफ्ट का इंतज़ार नहीं करना होता है।
    • तेज एवं सुरक्षित प्रक्रिया: अगर कोई पॉलिसी NEFT से लिंक नहीं होती है, तो एलआईसी ऐसी पॉलिसियों के लिए चेक अथवा बैंक ड्राफ्ट जारी कर सकती है और पोस्ट ऑफिस के जरिये पॉलिसीधारक के पते पर भेजती है। इस प्रक्रिया में देरी और गलत पते पर डिलवरी की संभावना बनी होती है। जबकि अगर पॉलिसी NEFT से लिंक होती है, तो भुगतान निश्चित समय पर पॉलिसीधारक के बैंक खाते में हो जाता है।
    • पारदर्शिता: जब एलआईसी से पॉलिसीधारक को उसका भुगतान सीधे उसके बैंक खाते प्राप्त होता है तो पॉलिसीधारक, इस तरह के सभी लेन-देन का रिकॉर्ड अपने बैंक खाते के स्टेटमेंट में जाँच कर सकता है।
    • सुविधा: ऐसी पॉलिसियां जो NEFT से लिंक नहीं होतीं, भुगतान के समय पॉलिसीधारक अधिक परेशान होता है। वह अपना पैसा पाने के लिए अपने एजेंट से बार-बार रिक्वेस्ट करता है कि वह उसका पैसा दिला दे या बैंको के चक्कर यह पता लगाने के लिए लगाता है कि उसके चेक का पैसा उसके बैंक खाते में जमा हुआ या नहीं।
    • विश्वसनीयता: एलआईसी भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है, जब पॉलिसीधारक अपने पॉलिसी को NEFT से लिंक कर देता है तो उसे यह विश्वास होता है कि समय पर उसका पैसा उसके बैंक खाते में जमा हो जायेगा।

    इस प्रकार, जब आप सर्वे के दौरान अपने क्षेत्र के लोगों से इस प्रश्न को पूछते है और उपरोक्त लाभों को बताते हैं, तब आप अपने क्षेत्र के लोगों के मन में यह संदेश देते हैं कि आप जीवन बीमा विषय के जानकार और लोगों की मदद करने वाले अच्छे अभिकर्ता हैं।

    सर्वे फॉर्म के पांचवें प्रश्न हेतु व्यावहारिक सुझाव

    मैं अपने अनुभवों से यह कह सकता हूँ कि सर्वे के दौरान जब आप अपने क्षेत्र में अलग अलग लोगों से इस प्रश्न को पूछेंगे, तो अलग-अलग लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया मिलेगी। यहाँ पर एक महत्वपूर्ण एवं ध्यान में रखने वाली बात यह है कि इनमे से बहुत सारे ऐसे लोग भी हो सकते हैं, जो NEFT सिस्टम क्या होता है इस बारे में कुछ भी न जानते हों और वह आपको यह जाहिर न होने दें कि इस बारे में उन्हें नहीं पता है।

    एक सफल अभिकर्ता की यही पहचान होती है कि वह ऐसी सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए लोगों से बातचीत करे और तय करे कि वह जो कुछ भी समझाना या बताना चाहता है, उसकी बातें लोगों को समझ में आ जाये और लोगों को यह भी एहसास न हो कि आप यह समझ रहे हैं कि उन्हें सम्बंधित विषय के बारे में पता नहीं है। यानि संभावित ग्राहकों को बिना निचा दिखाए अपनी बातों को स्पष्ट तरीके से समझा देना।

    अतः जब सर्वे के दौरान आप ग्राहक से यह प्रश्न पूछे तो आप उन्हें किसी सच्ची अथवा काल्पनिक घटनाओं के जरिये अपनी बातों को समझा सकते हैं। आप उन्हें कह सकते हैं-

    "मेरे एक मित्र सुधीर कुमार ने वर्ष 2019 में एलआईसी की एक पॉलिसी खरीदी थी। यह एक ऐसी पॉलिसी थी जिसमे उन्हें हर पांच साल में एलआईसी से भुगतान मिलने वाला था। लेकिन उन्हें NEFT सिस्टम के बारे में नहीं पता था।

    वर्ष 2024 में, एलआईसी ने उनके नाम से चेक जारी करके डाक के माध्यम से भुगतान कर दिया। जनवरी 2025 में इसी तरह के सर्वे के दौरान जब मैंने उनकी पॉलिसी चेक की, तो मैंने उन्हें बताया कि वर्ष 2024 में एलआईसी ने उन्हें एक लाख बीस हजार रूपये का भुगतान किया है। लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें एलआईसी से कोई पैसा नहीं मिला है। बाद में जाँच करने पर पता चला कि उन्हें चेक मिला ही नहीं था और डाक विभाग ने उस चेक को शाखा कार्यालय में वापस भेज दिया था।

    जनवरी माह के लास्ट में मैंने उनकी पॉलिसी को नेफ्ट से लिंक करवा दिया और उसके दूसरे दिन ही उनका पूरा पैसा एलआईसी ने उनके बैंक खाते में जमा कर दिया। सबसे कमाल की बात यह है कि अब जब उन्हें अगला भुगतान मिलने वाला होगा, तब उनको कुछ भी नहीं करना होगा, एलआईसी स्वतः ही उनका पैसा उनके खाते में जमा कर देगी।"

    तो जब आप उपरोक्त तरह के उदाहरण अथवा घटना के जरिये ग्राहक को समझाते हैं तो ग्राहक यह भी समझ जाता है कि NEFT सिस्टम क्या होता है और यदि वह अपनी पॉलिसी को इस सिस्टम से लिंक करता है, तो उसे क्या लाभ होगा।

    सर्वे फॉर्म का पांचवा प्रश्न: एजेंट के सफलता का दरवाजा

    अब आपके मन में यह सवाल उठ सकता है कि एलआईसी सर्वे फॉर्म का पांचवा प्रश्न आपके लिए जरुरी क्यों है? वास्तव में यह प्रश्न एक एलआईसी अभिकर्ता के रूप में इसलिए बेहद जरुरी हो जाता है, क्योकि आप इस प्रश्न को पूछकर निम्नलिखित चरण को पूरा करते हुए अपने बीमा कारोबार को बेहतर कर पाते हैं-

    • ग्राहक डेटा अपडेट:

      जब आप सर्वे के दौरान लोगों से इस प्रश्न को पूछते हैं, तो उनकी प्रतिक्रियाओं से आपको यह पता चलता है कि उनकी पॉलिसियां NEFT से लिंक हैं या नहीं। कई ऐसे लोग, जो असमंजस की स्थिति में होते हैं वह आपसे जानने का प्रयास करते हैं कि आप यह बता दें कि उनकी पॉलिसी में NEFT लिंक है या नहीं।

      ऐसी स्थिति में, आप ऐसी पॉलिसियों का रिकॉर्ड रख सकते हैं। उन पोलिसीधारको का रिकॉर्ड रख सकते हैं। इस रिकॉर्ड की मदद से आप लोगों की उनके जीवन बीमा पॉलिसी के लिए भविष्य में मदद कर सकते हैं।

    • प्रोएक्टिव सर्विस प्रदान करना:

      जब आपके पास पॉलिसीधारकों का और उनके जीवन बीमा पॉलिसी का डाटा उपलब्ध होता है तो आप उन्हें विभिन्न तरह की सेवाओं में शामिल कर सकते हैं, जैसे- प्रीमियम रिमाइंडर सर्विस, इनकम टैक्स सर्टिफिकेट, विभिन्न तरह के भुगतानों से पूर्व अपडेट करना इत्यादि। ऐसा करने से, आपकी after-sale service को मजबूती मिलती है।

    • कम्युनिकेशन का अवसर:

      एक बार सर्वे समाप्त होने के बाद, आपको अपने क्षेत्र के लोगों से बार-बार मिलने की जरुरत होती है ताकि भविष्य में आप उन्हें, उनके परिवार में अथवा उनसे रेफेरल प्राप्त करके अपनी बीमा बिक्री को मज़बूत कर सकें। आफ्टर सेल सर्विस प्रदान करके आपको आपके क्षेत्र के लोगों से बार-बार कम्युनिकेशन के अवसर मिलते हैं।

    • क्रॉस-सेलिंग के अवसर:

      कम्युनिकेशन के दौरान आपको कई अवसर ऐसे मिलते हैं जब आप अपने क्षेत्र के लोगों को यह भरोषा दिला पाते है कि उनके लिए एलआईसी की पॉलिसी बेहतर है और आप पॉलिसी विक्री में सफल होते हैं।

      कई बार आपको ऐसे अवसर भी मिलते हैं जब ग्राहक को उसके पॉलिसी से कोई भुगतान मिलने वाला होता है। यह वह अवसर होता है जब वास्तव में ग्राहक को बीमा योजनाओं के ताकत का एहसास होता है और वह एलआईसी के प्रति उत्साहित भी होता है। मैं अपने अनुभव से यह कह सकता हूँ कि यदि इस समय आप सही तरीके से प्रयास करते हैं तो आपके लिए बीमा विक्री काफी आसान हो जाती है।

    निष्कर्ष

    अभिकर्ताओं के लिए एलआईसी सर्वे फॉर्म का प्रत्येक प्रश्न लोगों से जुड़ने का नया अवसर प्रदान करता है। इन प्रश्नो का सही तरीके से उपयोग करके आप आपके क्षेत्र के लोगों के मन में अपनी प्रोफेशनल छवि बना सकते हैं और अपने कारोबार के लिए बेहतर अवसर प्राप्त कर सकते हैं।

    अंत में, मैं आपसे यही कहूंगा कि अगर आप वास्तव में अपने बीमा कारोबार को बेहतर करना चाहते हैं, तो सर्वे फॉर्म के इस पुरे कोर्स को पूर्ण करें और यहाँ पर दी गई जानकारी का उपयोग करके देखें। मैं यह दावे से कह सकता हूँ कि ऐसा करके आप अपने कारोबार में मनचाही सफलता प्राप्त कर सकते हैं।