सफल जीवन बीमा व्यवसाय के लिए 9 स्वर्णिम नियम
जीवन बीमा कारोबार विश्वसनीयता और दीर्घकालिक संबंधो पर आधारित होता है। एक जीवन बीमा एजेंट तब अधिक सफल होता है जब उसके ग्राहक उसके ऊपर भरोषा करते हैं। एक नए जीवन बीमा एजेंट के लिए, उसके व्यवसाय में तेज़ी से सुधार करना और अपने नव व्यवसाय को बढ़ाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लेकिन अगर वह अपने बीमा कारोबार में कुछ महत्वपूर्ण नियमो का पालन करता है तो यह कठिन कार्य उसके लिए आसान बन सकता है।
जीवन बीमा बाजार के इस लेख में हम कुल नौ महत्वपूर्ण नियमों के विषय में चर्चा करेंगे। जो जीवन बीमा एजेंट के व्यवसाय को बढ़ाने और एक सफल करियर बनाने में मददगार साबित होंगे। एक ट्रेनर के तौर पर मैं आपसे यही कहूंगा कि चाहे आप एक नए जीवन बीमा एजेंट हो अथवा एक अनुभवी एजेंट हों, यह जितने भी नियम बतायें जा रहे हैं। यदि आप इस पर अमल करते हैं तो मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि आप अपने कारोबार में इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त करेंगे।
नियमित संपर्क का सिद्धांत का पालन करें
अगर आप एक बीमा एजेंट हैं और आप अपने बीमा कारोबार में असीमित सफलता हासिल करना चाहते हैं, तो आपको अपने प्रत्येक ग्राहक से जुड़े रहना बहुत जरुरी है। "गेट-इन-टच फ्रीक्वेंसी" पर हुए शोध से पता चलता है कि जब आप किसी व्यक्ति से 45-60 दिनों के अंतराल पर नियमित रूप से सम्पर्क करते हैं तो उस व्यक्ति के दिमाग में आपकी छवि बनी रहती है।
यह शोध बताते हैं कि अलग-अलग मनुष्यों के सोचने और याद रखने की शक्ति अलग-अलग होती है। कुछ लोग किसी व्यक्ति को 45 दिनों तक याद रख सकते हैं, तो कुछ लोग 60 दिनों तक। यहाँ पर आपको समझना होगा कि मैं आपके कारोबार से जुडी यादाश्त के बारे में बता रहा हूँ।
अपनी बात को स्पष्ट करना चाहता हूँ। मान लीजिये आप किसी व्यक्ति को अपना परिचय एक जीवन बीमा एजेंट के रूप में देते हैं और उसकी याद रखने की शक्ति 45 दिनों की हैं। तो इन 45 दिनों के अंदर जब भी जीवन बीमा का जिक्र उस व्यक्ति से किया जायेगा तो उसके मन में आपकी छवि उभर जाएगी।
ग्राहकों को आपकी प्रोफेशनल छवि न भूलने दें:
अगर आप अपने बीमा कारोबार को निरंतर सफल बनाना चाहते हैं तो आपको तय करना होगा कि आप उनके मन में हर 45 से 60 दिनों के अंदर अपनी सकारात्मक छवि का निर्माण करने का प्रयास करेंगे। ऐसा करने के लिए आप अपने ग्राहक के घर जाकर उससे मिल सकते है या फिर फोन कॉल कर सकते हैं।
जरा एक बार सोच कर देखिये, अगर आप अपने किसी ग्राहक से एक साल में एक बार मिलते हैं, तो मुझे लगता है कि उनके मन में आपकी छवि इतनी धुंधली हो जाएगी कि वह सोचेंगे कि आप एक जीवन बीमा एजेंट हैं या किसी गुमनाम फिल्म के स्मार्ट हीरो। इसलिए हमारी सलाह होगी कि आपको अपने प्रत्येक ग्राहक से 45 से 60 दिनों में थोड़ी गपशप, थोड़ी सलाह, और कुछ दोस्ताना बातें करना बहुत जरुरी है।
पर्सनल टच से प्रोफेशनल बांड मजबूत करें
जीवन बीमा कारोबार की सफलता के लिए यह बेहद जरुरी है कि आप अपने ग्राहकों से सिर्फ बीमे की बात ही न करें, बल्कि आपके ग्राहकों से बेहतर संबंध बनाने की कोशिस करें। कहने का अर्थ यह है कि आपको अपने ग्राहकों से प्रोफेशनल एवं व्यक्तिगत संबंधों को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करने चाहिए। आप अपने ग्राहकों को यह एहसास दें कि आप उनके लिए सिर्फ एक जीवन बीमा उत्पादों को बेचने वाले नहीं है, बल्कि उनके जीवन के लिए आप एक अहम हिस्से हैं।
उदाहरण:
मान लीजिये कि आपके एक ग्राहक, मिस्टर नागर जी, के बेटी की शादी होने वाली है। आप न सिर्फ उन्हें बेटी की शादी की बधाई देते हैं, बल्कि यह भी पूछते हैं कि क्या सब कुछ ठीक चल रहा है और अगर उन्हें किसी भी तरह के सहयोग की जरुरत हो तो आप उन्हें जरूर सहयोग करेंगे। जब आप मिस्टर नागर जी से इतना कहते हैं तो वह आपमें सिर्फ के जीवन बीमा एजेंट नहीं देखते, बल्कि वह आपको अपना शुभचिंतक और मित्र समझते हैं।
हो सकता है बेटी के शादी के बाद, मिस्टर नागर जी अपने बेटी और दामाद के लिए पॉलिसी खरीदने की योजना बना लें और ऐसा करने के लिए वह आपकी मदद लें। क्योकि अब वह आपको सिर्फ एक बीमा एजेंट नहीं समझेंगे, बल्कि अपना शुभचिंतक मानेंगे।
मुझे लगता है कि एक जीवन बीमा एजेंट के रूप में व्यावसायिक संबंध बनाना आसान हो सकता हैं, लेकिन व्यक्तिगत और व्यवसायिक संबंधों को संतुलित करना वह कला है जो आपको औरों से अलग बनाती है। अपने ग्राहक से सिर्फ़ उनके जीवन के खास पलों के बारे में ही नहीं बल्कि रोज़मर्रा की ज़िंदगी के छोटे-छोटे पलों के बारे में भी बात करें। यही वो रिश्ता है जो आपको लंबे समय तक उनके जीवन में बनाए रखेगा।
थर्ड पार्टी अनुभव से ग्राहकों को जोड़ें और प्रेरित करें
जीवन बीमा कारोबार में अक्सर ऐसा देखा गया है कि जब आप तर्क शक्ति के आधार पर अपनी बातो को सिद्ध करने का प्रयास करते हैं, या ग्राहक के सामने अपने बातों को प्रमाणित करने की कोशिस करते हैं। तो बातें बनने की बजाय बिगड़ जाती हैं। ऐसे में मुझे लगता है कि जब कभी भी आपको लगे कि आपको अपनी बातों को रखने के लिए तर्क शक्ति का इस्तेमाल करना जरुरी है, तब आपको थर्ड पार्टी स्टोरी का सहारा लेना उचित होता है।
मुझे मेरा बचपन याद है, मुझे बचपन में हरी सब्जियां खाना बिलकुल पसंद नहीं था। अक्सर मेरे सब्जी की कटोरी से आलू गायब होते थे और हरी सब्जियां जैसे की तैसे बची रहती थी। चाहे जबरदस्ती की जाये या हरी सब्जियों के लाख फायदे समझा दिए जाये, मैं एक अड़ियल बच्चा कहा किसकी सुनता था।
उन्ही दिनों हुआ कुछ यूँ कि मेरी मांसी जी आयी हुई थी और भोजन कराते समय उन्होंने समझाया कि पड़ोस वाली आंटी जी की बेटी हरी सब्जी खा-खा कर ही बड़ी हो गई है और अब वह अपने पुरे घर में हुकुम चलाती है। तब कहीं जाकर मुझे हरी सब्जी को खाने की सही वजह मालूम हुई। 😄 हैं ना मज़बूत वजह
कहने का अर्थ यह है कि किसी तीसरे व्यक्ति की कहानी को बताकर जब आप अपनी बातों को आसानी से समझा सकते हैं तो काहे को तर्क शक्ति का रिस्क लेना।
उदाहरण:
कल्पना कीजिये कि आपको एक व्यक्ति के साथ यात्रा करना है और यात्रा करना आपकी मज़बूरी है। लेकिन समस्या यह है कि आपने उसे अक्सर देखा कि वह गंदे कपड़ो में ही कहीं भी पहुंच जाता है और आप यह चाहते हैं कि जब वह आपके साथ यात्रा करे, तो वह ऐसा न करे। तो अब आप क्या करेंगे?
आप उससे कह सकते हैं अरे यार, वर्मा जी के साथ में लखनऊ गया हुआ था। हम दोनों को एलआईसी की मीटिंग में जाना था। लेकिन वर्मा जी को तो आप जानते ही हो वह कुछ भी पहनकर यात्रा शुरू कर देते हैं। वह मीटिंग में पहुंचने के बाद लोगों ने इतनी खिचाई की कि मुझे उनके लिए बहुत अधिक बुरा लग रहा था।
अब अगर आप उस व्यक्ति को डायरेक्ट कहते कि मेरे साथ ठीक-ठाक कपडे पहनकर चलना तो हो सकता है कि आपकी बात उसको बुरी लग जाती, लेकिन जब आपने वर्मा जी का उदाहरण पेश किया तो आपने अपना मैसेज भी दे दिया और उस व्यक्ति को आपकी बात बुरी भी नहीं लगेगी।
इस तरह की थर्ड पार्टी स्टोरी की मदद से आप अपनी मुश्किल से मुश्किल बातों को अपने ग्राहकों को बता सकते हैं। ग्राहक को बुरा नहीं लगता और ग्राहक आसानी से अमल कर लेता है।
जीवन बीमा व्यवसाय में अक्सर देखा गया है कि जब आप तर्क के आधार पर अपनी बात को साबित करने की कोशिश करते हैं, तो बात बनने की बजाय और बिगड़ जाती है। ऐसे में मुझे लगता है कि जब भी आपको लगे कि आपको अपनी बात को आगे बढ़ाने के लिए तर्क का सहारा लेना चाहिए, तो आपके लिए थर्ड पार्टी स्टोरी का सहारा लेना उचित है।
हेल्दी रिलेशनशिप कॉल
अगर आप अपने जीवन बीमा कारोबार को सफल बनाना चाहते हैं तो आपके हर कॉल का मकसद सिर्फ बिज़नेस नहीं होना चाहिए। कभी-कभी यह भी जरुरी होता है कि आपके कॉल का मकसद सिर्फ ग्राहक से हल्की फुल्की बातचीत करना भी होता है। जब आप आपके ग्राहकों से ऐसी बातचीत करते हैं तो आपका ग्राहक यह महसूस करता है कि आप उनके साथ सिर्फ पैसों की वजह से नहीं जुड़े हैं, बल्कि आपको उनकी परवाह है। यह एहसास आपके ग्राहकों को बेहतर फील प्रदान कराता है।
मैं प्रतिदिन कुछ समय ऐसा जरूर निकालता हूँ जब मैं इस कार्य के लिए वक्त दे सकूँ। मेरा मानना है कि जितना जरुरी कारोबार के लिए समय देना है उतना ही जरुरी इस कार्य के लिए भी समय खर्च करना है।
मेरी इस तरह की कॉल अक्सर बहुत अधिक व्यवहारिक होती है। जैसे में- मैं किसी ग्राहक से फ़ोन कॉल पर पूछता हूँ सर, माता जी का स्वास्थ अब कैसा है? क्या अब वह भोजन ठीक से कर पा रही है? माता जी को उनकी दवाएं समय पर देते रहिएगा और उन्हें मेरा प्रणाम बोल दीजियेगा। माता जी को यह भी बता दीजियेगा कि मैं शाम को उनके अच्छे स्वास्थ के लिए ईश्वर से प्रार्थना करूँगा।
या फिर मेरी बात इस प्रकार होती है- सर, रोहित का रिजल्ट निकल गया है ना। उसके मार्क कैसे आये हैं। सर मैंने पता किया है JEECUP का फॉर्म नवंबर महीने में निकलने वाला है। तो वह मन लगाकर मेहनत करें। मैंने सुना है कि लखनऊ में उत्तर प्रदेश का सबसे अच्छा इंजीनियरिंग कॉलेज है वहां की प्लेसमेंट भी बहुत अच्छी है तो रोहित का एडमिशन उसी कॉलेज में कराना हैं।
मैं तो कुछ इस प्रकार भी बातचीत करता हूँ- सर, आज शाम को मैं नरसरी जा रहा हूँ। सर आपके बगीचे में मैंने गुलाब के पौधे को देखा था। आपने बहुत ही खूबसूरती से उसका देखभाल किया है तो मैं सोच रहा हूँ कि मैं भी कुछ पौधे अपने बागीचे में लगाऊ। सर अगर मुझे कोई दिक्क्त होगी तो आप मेरा मार्गदर्शन करेंगे ना।
मैं यह मानता हूँ कि ऐसी कॉल का कोई मतलब नहीं है। लेकिन बावजूद इसके यह कॉल्स बीमा कारोबार में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मेरे जीवन में कई ऐसे मौके मिले हैं जब मैंने युहीं कॉल किया है और ग्राहक ने मुझे बुलाकर पालिसी खरीदी है। तो आपको अपने जीवन में इस नियम को जरूर लागू करना चाहिए।
ग्राहकों के लिए सही सॉल्यूशन पेश करें
मुझे लगता है कि इस हैडिंग को बदल देना चाहिए। मेरे हिसाब से यहाँ पर हैडिंग होनी चाहिए कि एजेंट न बने बल्कि सलाहकार बनने की कोशिश करें। हालाँकि आप खुद को एक सलाहकार के रूप में पेश कर सकते हैं, लेकिन वास्तव में यह पद आप खुद को तभी दे सकते हैं जब आपका ग्राहक आपको सलाहकार के रूप में स्वीकार करे।
अक्सर जीवन बीमा एजेंट, अपने उत्पादों को बेचने के लिए दिल से समर्पित होते हैं। लेकिन वह यह नहीं समझ पाते कि सिर्फ बीमा उत्पादों को बेचने हेतु प्रयास करना आपकी सफलता का कारण नहीं बन सकता है। इसके लिए आपको कुछ और अलग करने की जरुरत होती है। अगर आप बीमा कारोबार में सफल होना चाहते है तो आपको अपने ग्राहकों के लिए सॉलूशन पेश करना होगा।
मुझे यकीन है आप में से अधिकतम लोग मेरे सॉल्यूशन शब्द का अर्थ जीवन बीमा में होने वाली ग्राहकों के समस्या के संदर्भ में समझ रहे होंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। मेरे कहने का अर्थ यह है कि आपको कोशिश करनी चाहिए कि आपके ग्राहकों को जिस किसी भी तरह की समस्या आती है आप उसका समाधान देने की कोशिस करें।
इससे ग्राहक आपको सिर्फ़ एक एजेंट नहीं बल्कि एक विश्वसनीय सलाहकार के रूप में देखेगा। ग्राहक की ज़रूरतों को समझें, उनसे संवाद करें और उनकी ज़रूरतों के आधार पर उन्हें सही समाधान प्रदान करने का प्रयास करें।
उदाहरण:
मान लीजिये कि आपने किसी डॉक्टर को जीवन बीमा पॉलिसी बेचीं है। अब आपके पड़ोस में किसी व्यक्ति की तबियत ख़राब हो जाती है। आप उस व्यक्ति को अपने डॉक्टर ग्राहक के पास ले जा सकते हैं। डॉक्टर के उसका पेशेंट मिलता है यानि की वह भी खुश और आपके पड़ोस के व्यक्ति को उचित डॉक्टर मिल जाता है, यानि की आपका पडोसी भी खुश।
मान लीजिये कि किसी घर में शादी समारोह होने वाला है, आप उस परिवार के मुखिया को एक लिस्ट देते हैं जिसमे आपके अपने ही ऐसे ग्राहकों की जानकारी है जिसमे टेंट वाला, डेकोरेशन वाला, हलवाई, कपडे वाला, स्वर्णकार इत्यादि की जानकारी दी हुई होती है। और आप उससे कहते हैं कि सर आप यहाँ चले जाइएगा और मेरा नाम बताकर अपने जरूरत के सामान ले लीजियेगा। यह सभी मेरे बीमाधारक है मुझे यह विस्वास है कि दूसरी जगह पर आप जो सामान लेगें, यहाँ पर मेरा परिचय देने से आपको यकीनन कुछ छूट मिल जाएगी।
अब दूसरी ओर आप इन ग्राहकों से सम्पर्क करके बात कर सकते हैं कि मैं आपको अपने दूसरे बीमाधारक भेज रहा हूँ। लेकिन शर्त सिर्फ इतना है कि अगर वह मेरा नाम बताये तो इतना ध्यान रखियेगा कि उन्हें उनके सामान में शिकायत न मिले और ऐसा न हो कि आपके पास से सामान खरीदना उन्हें महंगा लगे। क्योकि अगर ऐसा होगा तो भविष्य में मैं कोई दूसरा ग्राहक आपके पास नहीं भेजूंगा।
ऐसा करने से आप एक साथ कई लोगों को समाधान दे सकते हैं। हाँ, ऐसी जगहों के लिए एक जरुरी बात कहना चाहता हूँ। इस तरह का लाभ पहुंचाने के दौरान आप बिच में कमीशन प्राप्त करने के लालच में भूल कर न पड़ें। क्योकि अगर आप ऐसा करेंगे तो हो सकता है कि शुरुआत में कुछ लाभ आपको मिल जाएँ, लेकिन भविष्य में लोग आप पर भरोषा करना छोड़ देंगे।
ग्राहकों के फॉर्मल इवेंट्स में भाग लें:
अगर आप ग्राहक के फॉर्मल इवेंट में शामिल होते हैं तो यह आपके संबंधों को एक नए स्तर पर ले जाता हैं। ऐसा करना सिर्फ आपके व्यावसायिक रिश्ते को ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत संबंधों को भी मज़बूती प्रदान करता है। जब आप अपने ग्राहकों के सामाजिक एवं व्यक्तिगत कार्यक्रमों में भाग लेते हैं तो इसकी वजह से यह संदेश जाता है कि आप उनके जीवन के महत्वपूर्ण पलों को महत्व देते हैं। इससे न केवल आपका रिश्ता गहरा होता है, बल्कि ग्राहक को यह भी महसूस होता है कि आप उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उदाहरण:
कल्पना कीजिये कि आपके किसी ग्राहक ने अपने बच्चे के जन्मदिवस पर आपको आमंत्रित करता है। आप इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं। बच्चे को उपहार देते हैं और परिवार के सभी सदस्यों से मिलते हैं। ग्राहक के इस ख़ुशी के अहम पलों का आप हिस्सा होते हैं। इससे आपका ग्राहक यह महसूस करता है कि आप उनके जीवन के लिए केवल एक एजेंट नहीं हैं, बल्कि एक ऐसे इंसान है जो उनके जीवन के महत्वपूर्ण पलों में उनके साथ होता है।
ऐसा करके न केवल आप और आपके ग्राहक के संबंधों को मज़बूती प्रदान करते हैं बल्कि अगले दिन, उस समारोह में शामिल हुए अन्य लोगों के बीच आपके बारे में बातें होने लगती हैं। आपका ग्राहक आपको अपने अच्छे दोस्त और अच्छे वित्तीय सलाहकार के रूप में प्रस्तुत करता है। यह आपके बीमा कारोबार के लिए बहुत लाभप्रद साबित होता है।
प्रशंसा और सम्मान से ग्राहकों का भरोसा जीतें
हर व्यक्ति सच्ची तारीफ और सम्मान का भूखा होता है और याद रखिये यह नियम आपके ग्राहकों पर भी लागू होता है। मान लीजिये कि आपके किसी ग्राहक ने एक नई बाइक खरीदी है और अच्छे से तैयार होकर वह बाजार में कही जा रहा होता है और आपकी मुलाकात हो जाती है। आप कुछ ऐसा बोल सकते हैं, "क्या बात है शर्मा जी, आज तो आपकी पर्सनालिटी किसी हीरो से कम नहीं लग रही है। नई गाड़ी आपने कब खरीदी है। सच कहता हूँ गाड़ी का कलर और आपका पहनावा कमाल का है।"
या फिर मान लीजिये आप किसी अनजान व्यक्ति से उसके निवास पर मिलते हैं और आप महसूस करते हैं कि उस व्यक्ति ने अपना मकान बहुत ही दिल से बनाया है, तो मेरा सुझाव होगा कि आप मकान की दिल खोलकर तारीफ करें। ऐसा करके आप ग्राहक को प्रभावित करेंगे।
विचार कीजिये, आप अपने बैंक में जाते हैं। एक स्टाफ आपकी तारीफ करता है, वह आपसे कहता है कि वह यह जानता है कि आप आपके क्षेत्र के अच्छे जीवन बीमा एजेंट है। या फिर वह आपसे कहता है कि आपका पहनावा उसे पसंद है। तो अगली बार जब आप बैंक में किसी काम से जायेगें, तो आप सबसे पहले किससे मिलना पसंद करेंगे? याद रखिये हर व्यक्ति तारीफ का भूखा है।
कई बार ऐसा देखा गया है कि तारीफ के चंद शब्द, किसी जटिल मार्केटिंग रणनीति से अधिक प्रभावशाली सिद्ध होते हैं। जब आप ग्राहकों की सराहना करते हैं तो आपकी सिर्फ यह कोशिस आपके ग्राहकों को आपका वफादार बना देती है। कभी-कभी तारीफ के दो शब्द, आपके ग्राहकों के लिए "पालिसी बोनस" से कम नहीं होते हैं। अतः एक ट्रेनर के तौर पर मेरा सुझाव होगा कि जब भी मौका मिले आप अपने ग्राहकों की तारीफ करने में कंजूसी न करें।
हालाँकि, आपको यह सावधानी जरूर बरतनी चाहिए कि तारीफ वास्तविक होनी चाहिए। बनावटी और झूठी तारीफ बहुत विध्वंसक प्रभाव पैदा कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, मान लीजिये कि किसी व्यक्ति के जूते फटे हुए है और आप कहते हैं कि सर आपने कितने शानदार जूते पहने हैं। उम्मीद कर सकता हूँ कि इसका परिणाम क्या होगा, आप अनुमान लगा सकते हैं।
फीडबैक मांगें, सेवाएं सुधारें, और ग्राहकों का दिल जीतें
कभी-कभी फीडबैक ऐसा होता है जैसे कोई दोस्त आपको बता रहा हो कि आपकी शर्ट का कॉलर ऊपर है। आप इसे तुरंत ठीक कर लेते हैं, और अगली बार और भी स्टाइलिश दिखते हैं! 😄
जीवन बीमा कारोबार को बेहतर बनाने के लिए ग्राहकों से फीडबैक लेना और उस फीडबैक के आधार पर सुधार करना, सबसे अच्छी रणनीति है। जब आप ऐसा करते हैं तो आपका ग्राहक यह महसूस करता है कि आप दूसरे जीवन बीमा एजेंटो की तरह बीमा पालिसी बेचने के बाद ग्राहकों को छोड़ नहीं देते हैं बल्कि और बेहतर करने के लिए प्रयास करते हैं। आप अपने ग्राहकों के अनुभवों और विचारो को महत्व देते हैं।
आप अपने ग्राहकों से कह सकते हैं, "सर, आप मेरे लिए योग्य एवं महत्वपूर्ण है और मैं यह मानता हूँ कि आप मुझे सही मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। इसलिए मैं यह जानना चाहता हूँ कि मैं अपने कारोबार के लिए ऐसा क्या करूँ, जिससे आप और आप जैसे अन्य ग्राहकों को मैं बेहतर सेवाएं दे सकूँ। मैं आपसे यह भी जानना चाहता हूँ कि मैं अपने क्षेत्र के अन्य परिवारों को जीवन बीमा की सुरक्षा पंहुचा पाऊं। मैं आपसे यह भी जानना चाहता हूँ कि अगर आप यह महसूस करते हैं कि मैं जाने अनजाने कोई गलती करता हूँ जिसका मेरे बीमा कारोबार पर बुरा असर होता है, तो कृपया निःसंकोच मेरा मार्गदर्शन कीजिये।"
जब आप इस तरह से ग्राहक से पूछते है तो यकीनन आपको कुछ सुझाव देगा। ग्राहक के द्वारा दिए गए सुझाव का आकलन कीजिये और यदि आपको महसूस होता है कि सुधार करना जरुरी है तो जरूर कीजिये।
ग्राहकों के लिए पुरस्कार
अक्सर आपके ग्राहकों का फीडबैक आपके लिए कल्याणकारी सिद्ध होगा। इस फीडबैक के आधार पर किए गए सुधार न केवल आपकी सेवाओं को बेहतर बनायेगें बल्कि ग्राहकों का भरोसा भी मजबूत करेंगे।
कभी-कभी, छोटे-छोटे पुरस्कार या सरप्राइज देने से भी आपके और आपके ग्राहक के बीच का रिश्ता और भी मजबूत हो सकता है। इससे उन्हें लगता है कि उनके समय और सुझावों की वाकई कद्र की जाती है। ये छोटे-छोटे टोकन, चाहे गिफ्ट कार्ड हो या कस्टमाइज्ड गिफ्ट, ग्राहकों को दिखाते हैं कि आप उनकी कद्र करते हैं।
निष्कर्ष:
एक जीवन बीमा एजेंट के तौर पर, ग्राहक संबंध प्रबंधन एक सफल करियर की कुंजी है। इन नौ रणनीतियों का पालन करके, आप न केवल अपने मौजूदा ग्राहकों के साथ मजबूत संबंध बनाए रख सकते हैं, बल्कि नए व्यवसाय को भी आकर्षित कर सकते हैं। अगली बार हम गहराई से चर्चा करेंगे और चर्चा करेंगे कि सही पॉलिसी चुनने और पेश करने की तकनीकें आपके व्यवसाय को और भी तेज़ी से बढ़ाने में कैसे मदद कर सकती हैं। तो बने रहें और अगला लेख न चूकें!