25 February 2022

एलआईसी अभिकर्ता बनने की सम्पूर्ण जानकारी

एलआईसी अभिकर्ता बनने की सम्पूर्ण जानकारी

एलआईसी अभिकर्ता बनने की सम्पूर्ण जानकारी





आज भारतीय समाज में अनेक युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। वहीं, कई लोग ऐसे भी हैं जो अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त कमाई नहीं कर पाते हैं। ऐसे में जीवन बीमा बाजार के इस लेख की मदद से हम आपको एक ऐसे बिजनेस की जानकारी देना चाहते हैं, जिससे आप अपने लिए साइड इनकम कर सकते हैं या इस बिजनेस को फुल टाइम बिजनेस के तौर पर भी चुन सकते हैं।


मुझे यकीन है कि आपने भारतीय जीवन बीमा निगम का नाम जरूर सुना होगा। भारतीय जीवन बीमा निगम को एलआईसी के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय जीवन बीमा निगम सरकारी क्षेत्र में काम करने वाली भारत की नंबर वन जीवन बीमा कंपनी है।


यदि आप भारतीय जीवन बीमा निगम के लिए जीवन बीमा अभिकरण व्यवसाय शुरू करते हैं। तब आप न केवल अपने लिए अतिरिक्त आय का साधन बना सकते हैं, बल्कि आप चाहें तो इसे पूर्णकालिक नौकरी के रूप में भी अपना सकते हैं। तो आइए समझते हैं कि भारतीय जीवन बीमा निगम में अभिकर्ता के रूप में काम कैसे शुरू करें।





एलआईसी अभिकर्ता बनने हेतु योग्यता-

एलआईसी में जीवन बीमा अभिकरण व्यवसाय शुरू करने के लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना आवश्यक है–


  1. कोई भी व्यक्ति जो ग्रामीण क्षेत्र का निवासी है, यदि उसने 10वीं कक्षा या उसके समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की है। तब वह एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए आवेदन कर सकता है। लेकिन यदि कोई व्यक्ति शहरी क्षेत्र का निवासी है तो उसके लिए 12वीं कक्षा या इसके समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
  2. कोई भी व्यक्ति जिसने 18 वर्ष की आयु पूरी कर ली हो, एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए आवेदन कर सकता है।
  3. कोई भी व्यक्ति जो मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह से स्वस्थ है, वह एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए आवेदन कर सकता है।
  4. ऐसा कोई व्यक्ति जिसके ऊपर किसी भी तरह का आपराधिक अथवा गैर कानूनी मुकदमा ना चला हो और ना विचाराधीन हो, वह एलआईसी में अभिकर्ता बनने हेतु आवेदन कर सकता है।
  5. इत्यादि

एलआईसी एजेंट बनाने वाले अधिकारी की जानकारी के लिए- यहाँ क्लिक कीजिये


अभिकर्ता बनने के लिए आवश्यक दस्तावेज-

एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए निम्नलिखित प्रमाणपत्रों की आवश्यकता होती है।


  1. एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए उम्मीदवार को 8 पासपोर्ट साइज फोटो जमा करने होते हैं। एलआईसी में एजेंसी लेते समय विभिन्न प्रकार के आवेदन पत्र भरते समय इसकी आवश्यकता होती है।
  2. एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए उम्मीदवार को अपना आयु प्रमाण पत्र जमा करना होगा। हाई स्कूल की मार्कशीट या ऐसा कोई स्कूल सर्टिफिकेट जिस पर उम्मीदवार की जन्म तिथि दर्ज हो, आयु प्रमाण पत्र के लिए जमा किया जा सकता है। इसके अलावा उम्र के प्रमाण के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, आधार कार्ड आदि भी जमा करा सकते हैं।
  3. एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए उम्मीदवार को अपना निवास प्रमाण पत्र जमा करना होता है। निवास प्रमाण के लिए आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि जमा किया जा सकता है।
  4. एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए उम्मीदवार को अपना फोटो पहचान पत्र भी जमा करना होता है। फोटो पहचान पत्र के लिए उम्मीदवार ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, पासपोर्ट आदि चीजें जमा कर सकता है।
  5. एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए उम्मीदवार को अपनी शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण पत्र जमा करना होता है।
  6. एलआईसी में अभिकर्ता बनने के लिए उम्मीदवार को अपना पैन कार्ड जमा करना होता है।

उपरोक्त सभी दस्तावेजों की स्व-सत्यापित प्रतियों को आवेदन पत्र के साथ निगम के शाखा कार्यालय में जमा करना होता है।





एलआईसी अभिकर्ता कितने घंटे काम करता है-

भारतीय जीवन बीमा निगम का अभिकर्ता अपनी ईच्छानुसार अपना व्यवसाय करता है। क्योंकि निगम, अभिकर्ताओं को वेतन नहीं देती है। इसलिए, निगम अपने एजेंट के काम करने के लिए बाध्य नहीं कर सकती है।


यह एक प्रमुख कारण है, जिसके कारण भारतीय जीवन बीमा निगम में कार्य करने वाला अभिकर्ता अपना व्यवसाय पूर्णकालिक व्यवसाय के रूप में कर सकता है या साइड जॉब के रूप में भी कर सकता है।


एलआईसी ऑफ इंडिया (अभिकर्ता) विनियम, 2017-

हम आपको भारतीय जीवन बीमा निगम अभिकर्ता अधिनियम 2017 की पीडीएफ फाइल प्रस्तुत कर रहे हैं। आप इस फाइल को नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं।


इस पीडीएफ फाइल में बताया गया है कि भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता की नियुक्ति के लिए क्या शर्तें हैं? भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता का कार्य क्या होता है और किन परिस्थितियों में भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता की एजेंसी समाप्त की जा सकती है तथा अन्य सभी जानकारी दी गई है-


Download LIC Agents Regulations, 2017



आवेदन करने से पहले जरूर जान लें यह बातें-

यदि आप भारतीय जीवन बीमा निगम में अभिकर्ता बनना चाहते हैं और इस लेख में वर्णित नियमों और शर्तों को पूरा करते हैं। तब आपको अपने निकटतम भारतीय जीवन बीमा निगम शाखा कार्यालय में जाना चाहिए।


एलआईसी में एजेंट बनाने का अधिकार विकास अधिकारी और मुख्य जीवन बीमा सलाहकार को होता है। अतः जब आप अपने नजदीकी भारतीय जीवन बीमा निगम की शाखा कार्यालय में जाते हैं। तब आपको वहां पर एलआईसी के विकास अधिकारी और मुख्य जीवन बीमा सलाहकार से संपर्क करना चाहिए।


आपको एलआईसी के विकास अधिकारी या मुख्य जीवन बीमा सलाहकार से एजेंसी के सभी लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। उदाहरण के लिए एक अभिकर्ता को कितना कमीशन मिलता है, अगर किसी अभिकर्ता को क्लब की सदस्यता मिलती है तो उसे क्या-क्या फायदे होते हैं एवं अन्य दूसरे लाभों के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।


एलआईसी में अभिकर्ता बनने से पहले आपको यह भी पता कर लेना चाहिए कि एलआईसी की एजेंसी किन परिस्थितियों में समाप्त हो सकती है?


अपने नजदीकी एलआईसी के शाखा कार्यालय को खोजने के लिए-यहाँ क्लिक कीजिये


एलआईसी अभिकर्ता बनने की प्रक्रिया-

एक बार जब आप एलआईसी अभिकरण व्यवसाय के सभी नियमों और शर्तों को समझ जाते हैं। फिर आपको एजेंट बनने के लिए आवेदन फॉर्म को ध्यान से भरना चाहिए और इसे एलआईसी के शाखा कार्यालय में जमा करना चाहिए।


आवेदन पत्र जमा करने के बाद आपको आईआरडीए द्वारा संचालित 100 घंटे का प्रशिक्षण पूरा करना होगा। प्रशिक्षण की समय सीमा की जानकारी आप अपने विकास अधिकारी या मुख्य जीवन बीमा सलाहकार से प्राप्त कर सकते हैं।


एक बार प्रशिक्षण पूरा हो जाने के बाद, आपको आईआरडीए द्वारा जारी परीक्षा को पास करना होगा। आपके द्वारा आईआरडीए परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, आईआरडीए आपको लाइसेंस जारी करता है।


जब आपको आईआरडीए से आपका लाइसेंस प्राप्त हो जाता है, उसके बाद आप जीवन बीमा व्यवसाय शुरू कर सकते है। प्रथम जीवन बीमा पॉलिसी के रजिस्ट्रेशन के साथ ही निगम आपको एजेंसी कोड जारी कर देता है।








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