26 August 2022

FAQs about LIC Form 360 in Hindi

FAQs about LIC Form 360 in Hindi

FAQs about LIC Form 360 in Hindi



एलआईसी पॉलिसी खरीदते समय फॉर्म नंबर 360 की आवश्यकता होती है। सामान्य परिस्थितियों में, पूरी पॉलिसी अवधि के दौरान ग्राहक ने एलआईसी फॉर्म में क्या जानकारी दी है, यह जानने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ती है।

लेकिन जब पॉलिसी लैप्स हो जाती है और उस पॉलिसी को रिवाइवल के लिए प्रस्तावित किया जाता है, तो एलआईसी इस फॉर्म की जांच करता है। इसके अलावा एलआईसी इस फॉर्म की जांच तब भी करती है, जब पॉलिसी में मृत्यु दावा होता है।

अब यह जानने के बाद आपके मन में कई सवाल उठ सकते हैं। इसलिए हम आपके मन में उठ रहे उन सभी सवालों के जवाब "जीवन बीमा बाजार" के इस लेख में देने जा रहे हैं।

वैसे, मुझे यकीन है कि यहां आपको आपके सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। लेकिन फिर भी अगर आपका एलआईसी फॉर्म नंबर 360 के बारे में कोई सवाल है तो आप अपना सवाल कमेंट करके पूछ सकते हैं। हम निश्चित रूप से इस सूची में योग्य प्रश्नों को शामिल करेंगे।




एलआईसी फॉर्म संख्या 360 क्या है?

एलआईसी का फॉर्म संख्या 360 एक फॉर्म है। जिसका उपयोग एलआईसी से नई जीवन बीमा पॉलिसी खरीदते समय किया जाता है। इस फॉर्म को प्रस्ताव पत्र भी कहते है।

जब किसी बच्चे की उम्र 18 वर्ष से कम होती है और उसकी जीवन बीमा पॉलिसी करनी होती है। तब एलआईसी के फॉर्म संख्या 360 का उपयोग किया जाता है।

एलआईसी फॉर्म नंबर 360 का उपयोग कब होगा?

जब किसी बच्चे के जीवन पर बीमा पॉलिसी जारी करना होता है, जिसकी उम्र 18 साल से कम होती है। तब एलआईसी के फॉर्म संख्या 360 का उपयोग किया जाता है।

एलआईसी फॉर्म नंबर 360 किस आयु वर्ग के लिए उपयोग किया जाता है?

एलआईसी फॉर्म नंबर 360 का उपयोग 0 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बीमा के लिए किया जाता है।

एलआईसी फॉर्म नंबर 360 कहां से प्राप्त करें?

एलआईसी फॉर्म नंबर 360 एलआईसी के किसी भी शाखा कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। आपकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए "जीवन बीमा बाजार" के उस आर्टिकल में, जिसमें एलआईसी के फॉर्म नंबर 360 को भरने की जानकारी दी गई है। इस फॉर्म को डाउनलोड करने का विकल्प भी है।

क्या एलआईसी फॉर्म संख्या 360, ग्राहक एलआईसी के शाखा कार्यालय से प्राप्त कर सकता है?

बच्चो के बीमा पॉलिसी खरीदते समय एलआईसी फॉर्म नंबर 360 की आवश्यकता होती है। एलआईसी पॉलिसी की खरीद और बिक्री निगम के विकास अधिकारी/सीएलआईए/एजेंटों द्वारा की जाती है।

इसलिए एलआईसी यह फॉर्म केवल विकास अधिकारी/सीएलआईए/एजेंटों को देता है। इसलिए, यह फॉर्म आमतौर पर एलआईसी के शाखा कार्यालय से ग्राहकों को नहीं दिया जाता है। बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए ग्राहक एलआईसी एजेंट से संपर्क कर यह फॉर्म मांग सकता है।

एलआईसी फॉर्म नंबर 360 खरीदने के लिए कितने पैसे की जरूरत है?

एलआईसी का यह फॉर्म मुफ्त है। जिसे एलआईसी के शाखा कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।

एलआईसी फॉर्म नंबर 360 किसके द्वारा भरा जाना चाहिए?

एलआईसी फॉर्म नंबर 360 का उपयोग बच्चे के जीवन पर बीमा पॉलिसी खरीदते समय किया जाता है। तो यह फॉर्म उस व्यक्ति द्वारा भरा जाना चाहिए जो पॉलिसी के प्रीमियम का भुगतान करेगा और पॉलिसी का मूल प्रस्तावक होगा।

हमारा सुझाव है कि आप प्रस्तावक से संबंधित प्रश्न और उसके उत्तर की जांच करें।

क्या एलआईसी अभिकर्ता फॉर्म संख्या 360 भर सकता है?

नियमों के तहत एलआईसी का फॉर्म संख्या 360 केवल प्रस्तावक द्वारा ही भरा जाना चाहिए, लेकिन व्यवहार में 95% फॉर्म अभिकर्ताओं द्वारा ही भरे जाते हैं। यदि आप नियमों के तहत पॉलिसी खरीदना या बेचना चाहते हैं, तो हमारी राय होगी कि फॉर्म संख्या 360 प्रस्तावक या उसके करीबी रिश्तेदार को ही भरना चाहिए।

एलआईसी के फॉर्म संख्या 360 के लिए प्रस्तावक किसे कहेंगे?

जब बच्चे के जीवन पर एलआईसी पॉलिसी जारी की जाती है, जिसकी उम्र 18 वर्ष से कम है। तब वह अपनी पॉलिसी के प्रीमियम का भुगतान स्वयं नहीं कर सकता। भारतीय कानून यह भी कहता है कि 18 साल से कम उम्र का नाबालिग अपने लिए सही फैसला नहीं ले सकता है।

ऐसे में वह व्यक्ति जो उस बच्चे की पॉलिसी के प्रीमियम का भुगतान करता है और उस जीवन बीमा पॉलिसी के लिए फॉर्म संख्या 360 भरता है। ऐसे व्यक्ति को पॉलिसी का प्रस्तावक कहा जाता है।

क्या कोई बच्चों की एलआईसी पॉलिसी का प्रस्तावक बन सकता है?

नहीं, बच्चों की एलआईसी पॉलिसियों में कोई भी व्यक्ति प्रस्तावक नहीं हो सकता है। प्रस्तावक बनने के लिए बीमाहित होना आवश्यक है। जब बच्चे के जीवन के नुकसान के कारण, जिस व्यक्ति के वास्तविक आर्थिक नुकसान होने की संभावना हो। वही व्यक्ति बच्चे के जीवन पर एलआईसी पॉलिसी खरीदने का प्रस्तावक हो सकता है।

माता-पिता आमतौर पर बच्चों की बीमा पॉलिसियों के प्रस्तावक क्यों होते हैं?

दरअसल, आर्थिक दृष्टि से देखने पर पता चलता है कि प्रत्येक बच्चा अपने माता-पिता के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होता है। एक आर्थिक दृष्टिकोण यह भी हो सकता है कि माता-पिता अपने बुढ़ापे की सुविधा के लिए अपने बच्चों के भविष्य को बेहतर करने का प्रयास करते है। यह एक कारण है जिसकी वजह से माता-पिता अपने जीवन की कमाई का बड़ा हिस्सा बच्चों के लिए खर्च कर देते हैं।

कोई भी माता-पिता अपने बच्चे के लिए बुरा नहीं सोच सकते और अपने बच्चों का भविष्य बनाना हर माता-पिता का बड़ा लक्ष्य होता है। अब जीवन बीमा कंपनियों की दृष्टि से यदि बच्चे की मृत्यु हो जाती है तो उस माता-पिता का भविष्य बर्बाद हो जाता है अर्थात प्रत्येक माता-पिता का बीमाहित बच्चे के जीवन पर होता है। यही कारण है कि माता-पिता बच्चे की जीवन बीमा पॉलिसी के प्रस्तावक हो सकते हैं।

क्या निगम प्रीमियम जमा करने और फॉर्म संख्या 360 भरने के बाद पॉलिसी जारी करता है?

एलआईसी की पॉलिसी लेने के लिए प्रपोजल फॉर्म (फॉर्म नंबर 360) भरा जाता है। सभी पॉलिसी दस्तावेज जमा करने के बाद, प्रस्ताव फॉर्म में दी गई जानकारी के आधार पर, निगम यह तय करता है कि किसी व्यक्ति को पॉलिसी जारी करनी है या नहीं। इस प्रक्रिया को अंडरराइटिंग कहते हैं।

प्रपोजल फॉर्म के योग्य नहीं होने पर निगम पॉलिसी देने से मना भी कर सकता है।

एलआईसी फॉर्म 360 में गलत जानकारी देने पर क्या होगा?

यदि कोई जानकारी, जो बीमा पॉलिसी जारी करते समय बहुत महत्वपूर्ण थी, एलआईसी फॉर्म 360 को भरते समय गलत बताई जाती है या छुपाई जाती है। तो निगम भविष्य में उत्पन्न होने वाले दावे का भुगतान करने से इंकार कर सकता है। विशेष परिस्थितियों में जमा किए गए प्रीमियम को भी जब्त किया जा सकता है।


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