14 June 2023

जीवन बीमा अभिकर्ता के कार्य

जीवन बीमा अभिकर्ता के कार्य

जीवन बीमा अभिकर्ता के कार्य





यदि आप एक जीवन बीमा अभिकर्ता हैं या आप जीवन बीमा व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। तो आपको यह जानने की आवश्यकता है कि एक जीवन बीमा अभिकर्ता को कौन से कार्य करने होते हैं?


क्योंकि अगर आपको पता है कि एक जीवन बीमा अभिकर्ता को क्या काम करना है तो आप अपना व्यवसाय बेहतर तरीके से कर सकते हैं। इसलिए जीवन बीमा बाजार के इस लेख में एजेंट के मूलभूत कार्यों का विवरण दिया जा रहा है।





जीवन बीमा क्या है?

भारतीय समाज में अधिकांश परिवारों में एक ही कमाने वाला सदस्य होता है। परिवार के उस सदस्य पर परिवार के अन्य सदस्यों की आर्थिक जिम्मेदारी होती है। बच्चों की पढ़ाई, शादी, घर की रोजमर्रा की जरूरतें और बाकी सारे काम परिवार के मुखिया की कमाई पर निर्भर करते हैं।


अब यदि परिवार के इस कमाने वाले सदस्य की मृत्यु हो जाती है तो ऐसा परिवार आर्थिक रूप से लाचार हो जाता है या समय के साथ कमजोर हो जाता है। बच्चों की पढ़ाई, शादी और अन्य जरूरी काम या तो रुक जाते हैं या परिवार को समझौता करना पड़ता है।


अब जीवन बीमा ही वह साधन है जिससे परिवार की आर्थिक जरूरतें सुरक्षित होती हैं। उदाहरण के लिए यदि मुखिया की मृत्यु हो जाती है और मुखिया ने बच्चों की शिक्षा के लिए 5 लाख का बीमा कराया है तो मुखिया की मृत्यु के बाद बीमा कंपनी कम से कम 5 लाख रुपये का भुगतान करेगी ताकि बच्चों की शिक्षा बाधित न हो।


ठीक उसी तरह जीवन बीमा शादी, पेंशन या फिर किसी खास जरूरत को पूरा करने के लिए किया जाता है।


जीवन बीमा व्यवसाय क्या है?

जब एक व्यक्ति किसी जीवन बीमा कंपनी से जुड़कर, उस कंपनी की योजनाओ को बेचता है और बीमा कंपनी की दूसरी सेवाओं का लाभ लोगों को पहुँचता है। तो इस प्रकार के कार्य को जीवन बीमा व्यवसाय कहा जाता है।


जीवन बीमा अभिकर्ता किसे कहते हैं?

जीवन बीमा पॉलिसी बेचने वाले व्यक्ति को जीवन बीमा अभिकर्ता कहा जाता है। लेकिन एक अभिकर्ता का काम सिर्फ जीवन बीमा पॉलिसी बेचना ही नहीं होता है, बल्कि पॉलिसी की बिक्री से लेकर अंतिम भुगतान तक पॉलिसीधारक को उसके बीमा पॉलिसी में सहयोग करना होता है।


जीवन बीमा अभिकर्ता के कार्य-

जीवन बीमा व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए जीवन बीमा अभिकर्ता को मूल रूप से तीन प्रकार के कार्य करने होते हैं। यह इस प्रकार है - नया व्यवसाय करना, पॉलिसी सर्विस करना, दस्तावेज़ों का आदान-प्रदान करना


एलआईसी में नव व्यवसाय क्या है-

जीवन बीमा व्यवसाय में एक अभिकर्ता की सफलता का मूल मंत्र उसका नया व्यवसाय है। एलआईसी अभिकर्ता द्वारा नए लोगों को बीमा पॉलिसी बेचने के समय तक किए गए सभी प्रयासों को इसी श्रेणी में रखा जाता है। बीमा कारोबार में नया कारोबार शुरू करने के लिए कई चरणों का पालन करना होता है। जो इस प्रकार है-


  • समाज के सही लोगों का चयन
  • लोगों की जरूरतों को समझना और उनके बीमा हितों का आकलन करना
  • लोगों को जीवन बीमा के महत्व को समझाना
  • लोगों को एलआईसी की योजनाओं के बारे में समझाना
  • लोगों द्वारा उठाई गई आपत्तियों का निस्तारण
  • प्रस्ताव प्रपत्रों को पूरा करना
  • पॉलिसी के लिए प्रीमियम का संग्रह
  • पॉलिसी का पंजीकरण
  • पॉलिसी संख्या जारी करना




एलआईसी में पॉलिसी सर्विसिंग क्या है-

एक बार जीवन बीमा पॉलिसी की सफल बिक्री के बाद, एलआईसी एजेंट को कई प्रकार के कार्य करने होते हैं। यह कार्य एलआईसी अभिकर्ता द्वारा पॉलिसी के अंतिम भुगतान तक किया जाता है।


यहां अंतिम भुगतान का अर्थ है जीवन बीमा पॉलिसी का परिपक्वता भुगतान, मृत्यु दावा का भुगतान या पॉलिसी का सरेंडर भुगतान। एलआईसी अभिकर्ता द्वारा किए गए इस तरह के कार्य को जीवन बीमा की भाषा में पॉलिसी सर्विसिंग कहा जाता है।


पॉलिसी सर्विसिंग का काम जीवन बीमा अभिकर्ता इसी मकसद से करता है, ताकि पॉलिसीधारक बिना किसी झंझट के समय-समय पर अपनी पॉलिसी का प्रीमियम जमा करता रहे। जब एक जीवन बीमा अभिकर्ता अपने ग्राहकों को अच्छी पॉलिसी सेवा प्रदान करता है, तो यह उस अभिकर्ता की बेहतर छवि बनाता है। जिसकी वजह से वह अपने बिजनेस को और बेहतर बनाने में सफल हो पाता है।


दूसरे शब्दों में, जीवन बीमा अभिकर्ता द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए किए गए सभी प्रयास कि पॉलिसी की प्रीमियम सुचारू रूप से जमा हो और पॉलिसीधारक को किसी भी तरह की असुविधा न हो, पॉलिसी सर्विसिंग कहलाती है।


जीवन बीमा व्यवसाय में पॉलिसी सर्विसिंग के लिए एजेंट द्वारा निम्नलिखित कार्य किए जाते हैं-


  • प्रीमियम से संबंधित जानकारी देना और पॉलिसीधारक को प्रीमियम जमा करने में सहायता करना
  • लैप्स हो चुकी पॉलिसी को पुनर्जीवित करने में पॉलिसीधारक की सहायता करना
  • समय-समय पर पॉलिसी स्टेटस की सूचना देना
  • आवश्यकता पड़ने पर पॉलिसी से ऋण प्राप्त करने में ग्राहक की सहायता करना
  • पॉलिसी के ऋण जमा कराने में ग्राहक की सहायता करना
  • सालाना प्रीमियम का स्टेटमेंट देना, ताकि ग्राहक इनकम टैक्स रिटर्न का फायदा आसानी से उठा सके
  • सहभागिता हितलाभ के समय ग्राहक की सहायता करना
  • पॉलिसी के परिपक्वता भुगतान में ग्राहक की सहायता करना
  • मृत्यु दावा भुगतान प्राप्त करने में नामांकित व्यक्ति की सहायता करना
  • पॉलिसी में ग्राहक का पता बदलने में ग्राहक की सहायता करना
  • पॉलिसी में नामांकित व्यक्ति को बदलने में ग्राहक की सहायता करना
  • पॉलिसी दस्तावेजों में सुधार करने में ग्राहक की सहायता करना
  • ग्राहक की वित्तीय जरूरतों का आकलन करना और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए जीवन बीमा पॉलिसी बेचने की कोशिश करना

एलआईसी में दस्तावेजों के आदान-प्रदान का क्या महत्व है-

जीवन बीमा व्यवसाय वित्तीय सुरक्षा से संबंधित है। इसलिए इस व्यवसाय को करते समय जीवन बीमा अभिकर्ता को ग्राहक से कई बार दस्तावेज एकत्र करने पड़ते हैं। इसके बाद इस दस्तावेज को कार्यालय में जमा करना होता है।


जीवन बीमा अभिकर्ता को कभी-कभी अपने ग्राहकों के दस्तावेजों को कार्यालय से एकत्र करना पड़ता है और उन्हें ग्राहकों को देना पड़ता है। ये दस्तावेज ग्राहक की जीवन बीमा पॉलिसी से संबंधित हो सकते हैं और उसके व्यक्तिगत दस्तावेज जैसे उसका आय प्रमाण पत्र, फोटो पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र भी हो सकते हैं।


एक जीवन बीमा अभिकर्ता पॉलिसीधारक और जीवन बीमा कार्यालय के बीच मध्यस्थ होता है। कई बार अभिकर्ता की लापरवाही उसे परेशानी में डाल सकती है और उसका ग्राहक भी परेशानी में पड़ सकता है। इसलिए, जीवन बीमा अभिकर्ता के लिए दस्तावेजों का बुद्धिमानी से और अत्यंत सावधानी से आदान-प्रदान करना एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य हो जाता है।








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