जीवन बीमा एजेंटों के लिए सोशल मीडिया: लाभकारी या हानिकारक?
वर्तमान कालखंड में सोशल मीडिया हर क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका अदा कर रहा है। चाहे आप इसका व्यक्तिगत उपयोग करना चाहते हो या खुद को ब्रांड की तरह प्रस्तुत करना चाहते हों, चाहे आप अपने व्यवसाय को बेहतर करना चाहते हों या सामाजिक कार्यो को करना चाहते हों - सोशल मीडिया की मदद से आप इन सभी कार्यो के बहुत ही आसानी से और बेहतर तरीके से पूर्ण कर सकते हैं।
अब जब मनुष्य के जीवन में, सोशल मीडिया इतना अधिक महत्वपूर्ण हो गया है तो क्या जीवन बीमा कारोबार इससे अछूता बना रह सकता है? तो इसका उत्तर है - नहीं, बशर्ते की बीमा कारोबार में इसका उपयोग समझदारी के साथ किया जाये।
साथियों, जीवन बीमा बाजार के इस लेख को हम मूल रूप से उन जीवन बीमा अभिकर्ताओं के लिए लिख रहे हैं जो सोशल मीडिया के उपयोग और इसके परिणामों के प्रति शंकाओं में फंसे हुए है। जो यह जानने की इच्छा रखते हैं कि सोशल मीडिया के उपयोग से उनके बीमा कारोबार को लाभ होगा अथवा नुकसान।
तो आज के इस लेख के माध्यम से मैं आपको निष्पक्ष रहते हुए सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी दूंगा। ताकि आप यह निर्णय ले सकें कि आपको अपने बीमा कारोबार को सफल बनाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करना चाहिए अथवा नहीं। तो चलिए इस महत्वपूर्ण जानकारी को शुरू करते हैं-
जीवन बीमा एजेंट के लिए सोशल मीडिया का महत्व
अगर आप आपके क्षेत्र में रहने वाले लोगों से बातचीत करके आकंड़ा इक्क्ठ्ठा करें कि आपके क्षेत्र के कितने ऐसे लोग हैं, जो सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं तो आप भी पाएंगे कि आपके समाज के अधिकतम लोग सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे होंगे। हाँ, अगर ऐज ग्रुप के आधार पर ऐसा आकलन किया जाये तो अलग अलग ऐज ग्रुप के हिसाब से यह आंकड़ा अलग अलग हो सकता है। लेकिन फिर भी आपको आपके क्षेत्र के अधिकतम लोग सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए मिल जायेंगे।
अब अगर किसी प्लेटफार्म पर बहुत सारे लोग एक साथ उपस्थित हैं और अगर एक जीवन बीमा अभिकर्ता के रूप में आप भी उस प्लेटफार्म तक अपनी पहुंच बना सकते हों तो यह आपके लिए और आपके कारोबार के लिए सुनहरा अवसर हो सकता है। बशर्ते की आपको अपनी बातों को रखने का सही तरीका पता हो। इस दिशा में, सोशल मीडिया के माध्यम से एक जीवन बीमा एजेंट अपने कई उदेश्यों की पूर्ति बहुत ही आसानी से कर सकता है:
ग्राहकों तक पहुंच बनाना:
विभिन्न तरह के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तमाम तरह के लोग उपलब्ध होते हैं। ऐसे में फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्ड-इन, ट्विटर और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्म का सही इस्तेमाल करके, आप नए ग्राहकों तक अपनी पहुंच बना सकते हैं। हाँ, आप एक-एक करके शायद सभी से बात तो नहीं कर सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद आप अपनी बातों को एक साथ अधिक से अधिक लोगों तक पंहुचा सकते हैं और अधिक लोगों को प्रभावित कर सकते हैं।
प्रोफेशनल छवि का निर्माण:
समाज में आपको बहुत सारे ऐसे लोग मिल जायेंगे जिनके पास कुछ विशेष तरह के टैलेंट होते हैं, लेकिन सही प्लेटफार्म तक उनकी पहुंच न होने के कारण उनका टैलेंट लोगों तक नहीं पहुंच पाता है। सोशल मीडिया ऐसे लोगों के लिए एक ऐसा प्लेटफार्म है, जो ऐसे लोगों को अपना टैलेंट दिखाने का समान अवसर प्रदान करता है। मुझे यकीन है कि आप भी ऐसे कई हस्तियों से वाकिफ होंगे जिन्होंने सोशल मीडिया की मदद से एक बेहतर मुकाम प्राप्त किया है।
जीवन बीमा अभिकर्ता के रूप में आपके पास भी यह मौका है, सोशल मीडिया का उपयोग करके आप भी अपने ज्ञान को लोगों तक पंहुचा सकते हैं और अपनी प्रोफेशनल छवि का निर्माण कर सकते हैं।
व्यावसायिक संबंधो का विकास:
सोशल मीडिया सिर्फ नए ग्राहकों तक पहुंचने का एक सुलभ साधन मात्र नहीं है, बल्कि इसकी मदद से आप अपने व्यावसायिक संबंधो को भी बना सकते हैं। मैं कई ऐसे जीवन बीमा एजेंटो को जानता हूँ जिन्होंने अपने कारोबार की शुरुआत ही सोशल मीडिया से की और सम्बन्धो को विकसित करके आज सफलता के पथ कदम बढ़ा रहे हैं।
मैं यहाँ पर अपने एक अनुभव को साझा करना चाहता हूँ। एक महिला अभिकर्ता अपना जीवन बीमा कारोबार एक बड़े शहर में कर रही थी। कुछ वर्षो में जब उनका कारोबार थोड़ा बेहतर हुआ तभी उनके पति का ट्रांसफर दूसरे जिले में हो गया। मज़बूरन उन्हें अपनी एजेंसी नए जिले में ट्रांसफर करानी पड़ी।
नया शहर उनके लिए बिलकुल नया था। इस नए शहर में वह किसी को नहीं जानती थी। हमारे सुझाव पर उन्होंने फेसबुक, यूट्यूब, ब्लॉगर वेबसाइट और व्हाट्सप्प पर अपना अकाउंट बनाया और सबसे पहले पॉलिसी सर्विस का कार्य शुरू किया। पॉलिसी सर्विसिंग के बाद ग्राहकों की बातचीत और अपने अनुभवों को सोशल मीडिया पर साझा करने लगीं। उन्हें शुरूआती छः माह तक कोई लाभ नहीं मिला, लगतार नुकसान ही होता रहा।
सातवें महीने में उन्होंने पहला बीमा विक्री किया जिसका बीमाधन पच्चास लाख था। यह उनके जीवन का सबसे बड़ा बीमा था। आज भी वह सोशल मीडिया का उपयोग कर रही हैं और सोशल मीडिया को रेगुलर करने के दो स्टाफ रखें है।
तो दोस्तों, सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल आपको न केवल नए बीमे दिला सकता है, बल्कि यह एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिये आप अपने व्यावसायिक सम्बन्ध भी विकसित कर सकते हैं। यही नहीं, यह एक ऐसा माध्यम भी है जिसके मदद से आप जिस तरह के ग्राहकों के बीच काम करना चाहते हैं, सोशल मीडिया ऐसे ग्राहकों तक आपकी पहुंच बनाने में भी मदद कर सकता है।
पॉलिसी सर्विसिंग में सोशल मीडिया का उपयोग
पॉलिसी सर्विसिंग के कार्यों के लिए सोशल मीडिया का उपयोग जीवन बीमा एजेंट के लिए बहुत अधिक लाभप्रद होता है। इसके उपयोग से एजेंट का बहुत अधिक समय और पैसो की बचत होती है और प्रोफेशनल छवि विकसित होती है।
जीवन बीमा के पॉलिसी सर्विसिंग में प्रीमियम रिमाइंडर, सर्वाइवल बेनिफिट रिमाइंडर, रिवाइवल रिमाइंडर जैसे कार्यों में सोशल मीडिया का उपयोग काफी उपयोग सिद्ध होता है। इसके लिए WhatsApp, Telegram, Email जैसे डिजिटल संसाधनों को उपयोग में लिया जा सकता है।
जीवन बीमा व्यवसाय में सोशल मीडिया के लाभ
जहाँ एक ओर सोशल मीडिया का उपयोग खुद के मनोरजन एवं अन्य कारणों की पूर्ति के लिए लोगों के द्वारा किया जा रहा हैं, वहीं पर दूसरी ओर बहुत सारे लोग अपने अलग अलग कारोबार को बेहतर बनाने में इसका उपयोग कर रहे हैं और अपने बीमा कारोबार को बेहतर कर रहे हैं।
अब ऐसे में एक स्वभाविक सवाल आपके मन में उठ सकता है कि यदि जीवन बीमा कारोबार को बेहतर बनाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया जाये, तो एक जीवन बीमा अभिकर्ता को इससे क्या लाभ मिल सकता है? तो चलिए सोशल मीडिया के उपयोग से जीवन बीमा एजेंट को मिलने वाले लाभों को समझते हैं-
व्यापक पहुंच: डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करके एक जीवन बीमा एजेंट अपने बीमा कारोबार को बड़े दर्शकों के समूह तक पंहुचा सकता है।
निम्न लागत: सामान्यतया सोशल मीडिया पर नया खाता बनाना, अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी बातें पब्लिश करना बिलकुल मुफ्त होता है। लेकिन यदि आप किसी प्रोडक्ट को सोशल मीडिया पर प्रचारित करना चाहते हैं तो बहुत ही मामूली खर्च में आप यह कार्य कर सकते हैं।
ब्रांडिंग करना: सोशल मीडिया पर आप अपने लेखों, वीडियो अन्य तरीको से आप अपनी बात को लोगों तक पंहुचा सकते हैं। उनकी समस्याओं को सुन सकते हैं और एक एक्सपर्ट सलाहकार की तरह उन्हें समाधान दे सकते हैं। आपके द्वारा की जाने वाली एक्टिविटी से आपकी प्रोफेशनल छवि का निर्माण होता है।
समय की बचत: जीवन बीमा कारोबार में कई बार ऐसा होता है कि एक निश्चित समय पर आपको आपके बीमा कारोबार से सम्बंधित कोई विशेष एक्टिविटी करना जरुरी होता है। सामान्य तौर पर ऐसी एक्टिविटी में आपको शामिल होना जरुरी होता है। लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ स्वचालित प्रक्रियाओं और पोस्ट शेड्यूलिंग टूल्स की मदद आप ऐसी एक्टिविटी बड़े ही आसानी से कर सकते हैं। ऐसा करने से आपका बहुत अधिक समय बच सकता है।
जीवन बीमा व्यवसाय में सोशल मीडिया के नुकसान
हर तरह के कार्य को करने में अलग अलग तरह के फायदे और नुकसान होते हैं, ठीक यही नियम सोशल मीडिया पर जीवन बीमा व्यवसाय के लिए प्रयास करने वालों के ऊपर भी लागू होता है। आइये जानते हैं कि अगर आप जीवन बीमा व्यवसाय को करने के लिए सोशल मीडिया को माध्यम बनाते हैं तो ऐसा करने से आपको किन चुनौतियों का सामना करना होगा और किस तरह से आपका नुकसान हो सकता है।
प्रतिस्पर्धा: अगर आप डिजिटल प्लेटफार्म के जरिये जीवन बीमा कारोबार के लिए प्रयास करना चाहते हैं तो आपको यह समझना होगा कि आप यहाँ पर अकेले नहीं है, आपके जैसे ही बहुत सारे लोग इसी प्रयास में जुटे हुए हैं कि वह अपना कारोबार बेहतर कर सकें। अगर आप सोशल मीडिया को माध्यम बनाकर सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको दूसरों से बेहतर करना होगा।
प्रतिद्वंदी अभिकर्ताओं को मज़बूत करना: सामान्यतया सोशल मीडिया पर बेहतर प्रदर्शन के प्रयास में आप अपने कार्य पद्धत्ति को डिजिटल प्लेटफार्म पर साझा करते हैं। यह आपके प्रतिद्वंदी अभिकर्ताओं के लिए सुनहरा मौका होता है। वह आपके कार्य पद्धत्ति को सीखकर आपसे बेहतर करने के लिए आपकी बड़ी चुनौती हो सकते हैं।
नवव्यवसाय की चोरी: चुकी सभी डिजिटल प्लेटफार्म सभी के लिए एक खुला मंच होते है। अतः आपके सोशल मीडिया प्लेटफार्म की जाने वाली आपकी सभी एक्टिविटी हर किसी के लिए उपलब्ध होती है। ऐसे में सोशल मीडिया पर अगर कोई ग्राहक आपसे सम्पर्क करता है और बीमा पॉलिसी को समझने का प्रयास करता है और इसका एहसास किसी दूसरे अभिकर्ता को हो जाता है तो वह आपके ग्राहक को चोरी करने का प्रयास जरूर कर सकता है।
विश्वसनीयता का मुद्दा: डिजिटल प्लेटफार्म पर अगर कोई व्यक्ति किसी जीवन बीमा पॉलिसी को समझने के लिए प्रयास करता है तो आप किसी भी तरह से यह पता नहीं लगा सकते हैं कि वह एक ग्राहक है या कोई दूसरा जीवन बीमा अभिकर्ता आपके ऑनलाइन प्रयासों को सिखने के लिए आपसे बातचीत कर रहा है। अगर आप किसी दूसरे जीवन बीमा एजेंट द्वारा बिछाये गए ऐसे किसी जाल में फंस जाते है तो एक ओर आपके समय का नुकसान होता है तो दूसरी और आपकी तकनीक दूसरे एजेंट के पास चली जाती है।
सीमित प्रभाव: डिजिटल प्लेटफार्म पर आप नए ग्राहकों पर सिमित प्रभाव ही छोड़ पाते है। चुकी जीवन बीमा कारोबार वित्तीय मामलो से जुड़ा हुआ है और आज कल इतने अधिक ऑनलाइन ठगी की जा रही है कि इसके कारण लोग आप पर भरोषा नहीं कर पाएंगे।
नोट: उपरोक्त सभी नुकसान से बचने और बेहतर प्रदर्शन के लिए मेरा संक्षिप्त सुझाव यही होगा कि डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग लोगों से व्यावसायिक सम्बन्ध विकसित करने के लिए ही करें। शेष प्रयासों के लिए आप उनसे डायरेक्ट सम्पर्क करें।
जीवन बीमा एजेंट के लिए सोशल मीडिया रणनीतियां
एक बार विचार करके देखिये- अगर आपको एक छोटी सी पार्टी अथवा अन्य कोई कार्यक्रम का आयोजन करना होता है, तो क्या आप उसे अचानक शुरू कर देते हैं या उस पार्टी अथवा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कोई योजना बनाते हैं? याद रखिये, अगर किसी कार्य को बिना किसी योजना के शुरू कर दिया जाता है तो उसके सफलता की संभावनाएं काफी कम होती है और सामान्यतया ऐसे कार्य में आपको कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है।
ठीक इसी तरह से, अगर आप अपने जीवन बीमा कारोबार को सफल बनाने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रयास करना चाहते है तो आपको एक बेहतर रणनीति बनाना ही होगा। मैं कुछ के संदर्भ में आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा-
सही डिजिटल प्लेटफार्म का चयन:
वर्त्तमान में कई तरह के डिजिटल प्लेटफार्म हर किसी के लिए उपलब्ध है जिसका उपयोग हर व्यक्ति कर सकता है। तो सबसे पहले आपको यह जरूर समझना होगा कि कौन सा प्लेटफार्म किस उदेश्य के लिए बनाया गया है। ताकि आप खुद के लिए आपके योग्य और अनुकूल प्लेटफार्म का चयन कर सकें
फेसबुक: इस प्लेटफार्म का उपयोग नए नए दोस्त बनाने, पुराने दोस्तों को खोजने और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार को रखने के लिए किया जा सकता है। यहाँ पर छोटी पोस्ट, इमेज, वीडियो को साझा कर सकते हैं। इस लिए मुझे लगता है कि यह प्लेटफार्म आपके लिए नए ग्राहकों को खोजने और उनसे व्यावसायिक सम्बन्ध विकसित करने के लिए उपयुक्त होगा।
एक्स (ट्विटर): यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां पर आपको नेता, अभिनेता, सेलेब्रेटी, डॉक्टर, इंजीनियर और अन्य सभी तरह के लोग मिल जायेगे। आप इस प्लेटफार्म पर संक्षेप में अपनी बातों को रख सकते हैं। अगर आप बड़ा बीमा बेचने की ईच्छा रखते हैं तो यह प्लेटफार्म आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है।
लिंक्ड-इन: वास्तव में इस प्लेटफार्म का निर्माण रोजगार सम्बंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए किया गया था। ऐसे लोग जिन्हे काम कराने के लिए लोगों की जरुरत है या ऐसे लोग जिन्हे रोजगार की तलाश है। यह प्लेटफार्म उन लोगों के लिए एक उचित प्लेटफार्म साबित हो सकता है। अगर आप एलआईसी जैसी संस्था में विकास अधिकारी अथवा सीएलआईए है तो इस प्लेटफार्म की मदद से आप नए एजेंट खोज सकते हैं।
इंस्टाग्राम: इस प्लेटफार्म पर मुख्य रूप से इमेज और वीडियो को साझा किया जा सकता है। तो अगर आप इन सामग्री के साथ सहज हैं तो आप अपनी बातों को रखने के लिए इंस्टाग्राम का उपयोग कर सकते हैं।
यूट्यूब: यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहा पर आप अपनी बातों को वीडियो के माध्यम से प्रस्तुत कर सकते हैं। तो यदि आपको लगता है कि आप लोगों को बेहतर तरीके से समझा सकते हैं तो यह प्लेटफार्म भी आपके लिए उचित विकल्प हो सकता है।
नोट: याद रखिये, डिजिटल प्लेटफार्म का चयन करते समय आपको उन्ही प्लेटफार्म का चयन करना चाहिए जिनपर आप सामग्री को सहजता से पोस्ट कर सकते हों। उदाहरण के लिए यदि आपको इमेज और वीडियो क्रिएट करने नहीं आता है और आप इंस्टाग्राम का चयन कर लेते हैं और किसी अन्य व्यक्ति की सामग्री को साझा करते हैं तो संभवतया आप कॉपीराइट के उलंघन के आरोपी हो जाये और दंड के भुक्तभोगी हो जाएँ।
डिजिटल सामग्री हेतु योजना बनाना:
एक बार जब आप यह चयन कर लेते हैं कि आपको किन डिजिटल प्लेटफार्म पर कार्य करना है तो सबसे पहले आपको यह जरूर सोचना चाहिए कि उस प्लेटफार्म पर किस तरह की सामग्री को शामिल किया जा सकता है। कहने का अर्थ यह है कि क्या आप उस पर लेख के जरिये जानकारी दे सकते है या वीडियो के माध्यम या अपनी बातों को अन्य किसी तरीके से प्रस्तुत कर सकते हैं।
एक बार जब आप उपरोक्त के बारे में पता कर लेते हैं तो आपको सोचना चाहिए कि मौजूदा विकल्पों में आप किस विकल्प में सहज हैं। एक बार जब आप इस चीज़ का निर्णय भी कर लेते हैं तो आपको यह सोचना होगा कि आपको आपके डिजिटल प्लेटफार्म पर करना क्या है? आइये अपनी बात को स्पष्ट करता हूँ-
शिक्षाप्रद पोस्ट को शामिल करना: आपको अपने सोशल मीडिया पोस्ट में उस जीवन बीमा पॉलिसी के बारे में अधिक जोर शोर से जानकारी पब्लिश करना चाहिए, जिसके लिए आप खुद को अधिक एक्सपर्ट मानते हैं। इसके आलावा, बीमा जागरूकता सम्बंधित जानकारी, जीवन बीमा पॉलिसी सर्विसिंग से सम्बंधित जानकारी को अपनी पोस्ट में शामिल करना आपके लिए लाभप्रद हो सकता है।
ग्राहकों की कहानियों को शामिल करना: आपने जिन लोगों को जीवन बीमा पॉलिसी बेचीं है या जिन ग्राहकों को उनके पालिसी सर्विस में सहायता प्रदान की है अथवा जिन पॉलिसियों में मृत्यु दावे का भुगतान दिलाया है, ऐसे ग्राहकों के अनुभवों को अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रस्तुत करना चाहिए।
लाइव प्रश्नोत्तरी को शामिल करना: अगर संभव हो तो आपको समय समय पर लाइव सेशन आयोजित करना चाहिए और अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोगों को बताना चाहिए कि यदि उन्हें उनके जीवन बीमा पॉलिसी में कोई समस्या हो तो उसके समाधान के लिए वह आपके लाइव सेसन को जरूर ज्वाइन करें।
समय अवधि सुनिश्चित करना:
डिजिटल प्लेटफार्म के सहयोग से बीमा कारोबार को सफल बनाने के प्रयासों के संदर्भ में आपके लिए हमारा एक मह्त्वपूण सुझाव होगा, सुझाव यह है कि डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग सिर्फ और सिर्फ नए सम्बन्धो को विकसित करने के लिए किया जाना सबसे उचित होगा। अगर आप डिजिटल प्लेटफार्म पर आश्रित होकर बीमा विक्री की उम्मीद रखकर काम करेंगे तो मुझे डर है कि आप असफल हो सकते हैं।
इसलिए आपके लिए मैं जोर देकर यह कहूंगा कि आप अपने दिन के खाली समय में से सिर्फ एक से दो घंटे का समय ही सोशल मीडिया को दें। समय का चयन आप अपनी सुविधा को ध्यान में रखते हुए दें और आप जो समय चुनते है उसकी जानकारी समय समय पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रस्तुत करते रहें। ताकि आपके दर्शको को इस विषय में पता हो और वह जरुरत पड़ने पर आपसे सम्पर्क कर सकें।
बीमा एजेंट के लिए डिजिटल प्लेटफार्म के उपयोग हेतु सुझाव
अगर आप अपने बीमा कारोबार को बेहतर बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं तो आपके लिए मेरे कुछ सुझाव हैं और मैं आपसे यही कहुगा कि चाहे कुछ भी हो आपको इस पर अमल करना ही चाहिए-
प्रमाणिकता बनाये रखें: याद रखिये, नाम बनाने के लिए वर्षो तक परिश्रम करना पड़ सकता है लेकिन नाम ख़राब होने के लिए चंद पल ही काफी होते हैं। तो इसलिए आपके लिए हमारा सुझाव होगा कि आप जो कुछ जानकारी अपने सोशल मीडिया पर पब्लिश कर रहे हों बहुत ही सावधानी से करें। हमेसा सही, सटीक और प्रामाणिक जानकारी ही सोशल मीडिया पर पब्लिश करें।
नए व्यावसायिक संबंधो को विकसित करें: याद रखिये, डिजिटल प्लेटफार्म पर आपकी उपस्थिति सिर्फ और सिर्फ आपके कारोबार को गति देने के उदेश्य से है। मुझे लगता है कि आपको आपके डिजिटल प्लेटफार्म पर बीमा विक्री के लिए फोकस नहीं करना चाहिए। बल्कि आपका ध्यान इस बात पर होना चाहिए कि नए नए लोगों से आपके सम्बन्ध कैसे विकसित हों, ताकि आप उन तक पहुंच सकें।
सतर्क रहें: याद रखिये, प्रत्येक डिजिटल प्लेटफार्म हर किसी के लिए सामान्य रूप से उपलब्ध है तो यहाँ पर अपनी कोई भी ऐसी जानकारी साझा न करें जो भविष्य में आपके लिए ही समस्या का कारण बन जाये।
संतुलन बनाये रखें: याद रखिये, आप एक ऐसे व्यवसाय में हैं जो धन के लेन-देन से सम्बन्ध रखती है। ऑनलाइन होने वाली ठगी के कारण अधिकतम लोग डिजिटल दावों के आधार पर कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से बचते हैं। अतः डिजिटल प्लेटफार्म पर अपने खाली समय का उपयोग ही करें। क्योकि यहाँ पर बीमा पॉलिसी की विक्री करना बहुत अधिक कठिन कार्य है।
निष्कर्ष
जीवन बीमा कारोबार को बेहतर बनाने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग एक बहुत ही बेहतरीन टूल हो सकता है, लेकिन इस कारोबार के लिए यह सबकुछ नहीं है। यह एक ऐसा माध्यम है जिसकी मदद से नए ग्राहकों से जुड़ा जा सकता है और अपने कारोबार को प्रचारित किया जा सकता है। आपको यह समझना होगा कि डिजिटल माध्यमों से ग्राहकों तक पहुंच बनाई जा सकती है, लेकिन विक्रय प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए व्यक्तिगत सम्पर्क और प्रयास बेहद महत्वपूर्ण हैं।
वीडियो में विस्तार से जाने
इस लेख में दी गई जानकारी और अधिक विस्तार से जानने के लिए नीचे दी गई वीडियो को अंत तक ध्यान से देखिये। अगर इस संदर्भ में आपके कोई सवाल हों तो वीडियो के कमेंट बॉक्स में अपने सवाल लिखें।

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